उत्तराखंड

केदारघाटी में बंदरों का आतंक

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रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में बंदरों के आतंक से लोग परेशान है। बंदरों के हमले की लगातार एक के बाद एक घटनाएं हो रही है जिससे लोग खौफजदा है और प्रमुख मोटर मार्ग एवं अन्य पैदल मार्गों पर चलने में भी बच्चे और महिलाएं घबरा रही हैं। बीते दिनों गुप्तकाशी के कुरनी तोक निवासी विनीता नौटियाल को खेतों में घास काटते हुए चारों तरफ से बंदरों ने घेर दिया। हमले से बचने के लिए विनीता अपनी दरांति और कंडी छोड़कर दूसरे खेतों की दौड़ने लगी और लड़खडाकर नीचे गिर गई जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बंदरों के घेरने के बाद वह अपनी जान बचाने के लिए भागी तो पैर फिसलने से गिर गई। स्थानीय लोगों द्वारा उसे अस्पताल भेजा गया। जहां से चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया है। वर्तमान में विनीता देवी देहरादून के एक हस्पिटल में आईसीयू में भर्ती है। उसकी आंखें गले और सिर में गहरी चोट आई है। पूर्व प्रमुख ममता नौटियाल ने कहा कि काश्तकारों के खेतों तथा स्थानीय लोगों के घरों में बड़ी संख्या में बंदर टोली बनाकर बैठे है। लोगों का खेतों में काम करना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने वन विभाग से शीघ्र गुप्तकाशी क्षेत्र के बंदरों को पकड़ने की मांग की। वहीं ऊखीमठ क्षेत्र में पूर्व में कई लोगों को बंदरों द्वारा हमला कर घायल कर दिया गया है।

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