मासिक चक्र एक स्वाभाविक और प्राकृतिक प्रक्रिया: डॉ. अनुपमा
जयन्त प्रतिनिधि।
लैंसडौन। आर्मी पब्लिक स्कूल लैंसडौन में छात्राओं के लिए कोविड़ महामारी के दौर में रखी जाने वाली विशिष्ट सावधानियों, छात्राओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं मासिक चक्र संबंधी समस्याओं पर आधारित एक विशिष्ट सत्र वर्चुअल रूप से आयोजित कराया गया। इस वेबीनार में विद्यालय की समस्त शिक्षिकाओं, कक्षा 8 से 12वीं की छात्राओं और उनकी माता अभिभावकों ने भाग लिया।
सत्र की मुख्य वक्ता एमएच लैंसडौन मेजर डॉ. अनुपमा ने बताया कि मासिक चक्र एक स्वाभाविक और प्राकृतिक प्रक्रिया है इसके प्रारंभिक दिनों में शारीरिक परिवर्तनों के साथ सामंजस्य बिठाने के लिए बालिकाओं के प्रति अधिक संवेदनशील व्यवहार की आवश्यकता होती है। अत: उन्हें मानसिक रूप से संबल प्रदान किया जाना चाहिए। ऐसे समय में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। स्वच्छता के अभाव में गंभीर संक्रमण का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि पहले के समय की तुलना में आज की परिस्थितियों में बहुत जागरूकता और बदलाव आया है। वर्तमान में बालिकाओं के स्वास्थ्य संबंधी बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। हमें उनकी सही जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने अनावश्यक रूप से थोपी हुई सामाजिक रूढ़ियों और भ्रांतियों को तोड़ने की बात भी कही। डॉ. अनुपमा ने छात्राओं और अभिभावकों की जिज्ञासाओं का समाधान समाधान करते हुए कोविड महामारी की तीसरी लहर के प्रति सचेत किया और कुछ विशिष्ट सावधानी रखने का परामर्श दिया। विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती ममता चंदोला ने प्रधानाचार्य विजेंद्र सुंद्रियाल एवं समस्त विद्यालय परिवार की ओर से स्कूल प्रबंधन, सीओ एमएच व मेजर डॉ. अनुपमा का आभार व्यक्त किया। इस महामारी के दौर में आर्मी पब्लिक स्कूल लैंसडौन शहर का एकमात्र ऐसा विद्यालय है जहां ऑनलाइन शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जाता है और समय-समय पर इस प्रकार के सत्रों का आयोजन किया जाता है।