पिथौरागढ़। आदि कैलास क्षेत्र को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन से बंद हो गया। क्षेत्र में बीती रात हुई बारिश के बाद इस मार्ग में तीन स्थानों में पहाड़ी दरकने से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा सड़क पर आ गिरा। इससे भगवान भोलेनाथ के दर्शन को जा रहे व वापस लौट रहे श्रद्धालुओं सहित तीन सौ से अधिक लोग फंस गए। भूखे-प्यासे लोग सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इधर प्रशासन सड़क खोलने में जुटा है। तवाघाट-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग दारमा, व्यास, चोदास वैली के 37 सहित 45 से अधिक गांवों को जोड़ता है। शुक्रवार रात इस मार्ग में कुलागाड़, स्याकुरी जीरो पॉइंट व तवाघाट चोतुल धार के पास भूस्खलन हो गया। इससे मार्ग में पूर्णतया आवाजाही बंद है। शनिवार दोपहर बारह बजे तक भी इस मार्ग में आवाजाही सुचारू नहीं हो सकी। व्यास टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष व टूर ऑपरेटर परवेश नबियाल ने बताया कि मार्ग बंद होने से कई आदि कैलास यात्री फंसे हुए हैं। भारी मात्रा में बोल्डर व मलबा गिरने से सड़क खुलने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। दारमा टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष महेंद्र सीपाल ने बताया कि संसाधनों की कमी के कारण सड़क खोलने में समय लग रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून काल में इस सीजन में अक्सर भूस्खलन होता है। ऐसे में पर्यटन सीजन को देखते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द सड़क खोलने के पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए।