मोटर मार्ग बदहाल ..जान जोखिम में डालकर सफर करने को विवश लोग
चमोली। कर्णप्रयाग विकासखंड अंतर्गत नगरीय एवं ग्रामीण अंचल के मोटर मार्गो की दशा बदतर होने से लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को विवश हैं। कर्णप्रयाग-ऋषिकेश राजमार्ग जहां नगर अंतर्गत राजनगर, गांधीनगर, सीएमपी बैंड बदहाल स्थिति में है। वहीं निकासी नालियों के क्षतिग्रस्त होने से राजमार्ग पर आवागमन जोखिमभरा है। इसी तरह विकासखंड कर्णप्रयाग से लगे गैरसैंण के खूबसूरत पर्यटक स्थल बेनीताल जाने वाला मार्ग भी डामरीकरण की राह ताक रहा है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकत्र्ता बिरेन्द्र मिंगवाल ने बताया कि सिमली-बेनीताल 27 किमी ग्रामीण मोटर मार्ग पर वर्ष 2015 में डामरीकरण किया गया था लेकिन निर्माण में लापरवाही के चलते कुछ ही सालों में दर्जनभर से अधिक गांवों को जोड़ने वाली सड़क खस्ताहाल स्थिति में पहुंच गई और आज भी बणगांव, स्वर्का, चूलाकोट, रतूड़ा, केदारूखाल, बणियास, धारकोट, घंडियाल, ऐरवाडी, सिमतोली व बेनीताल के ग्रामीण खस्ताहाल मोटर मार्ग से आवागमन करने को मजबूर है। जगह-जगह डामर उखड़ जाने से सबसे अधिक दिक्कतें दुपहिया वाहन चालकों को उठानी पड़ रही है और अब जबकि नए साल के आगाज के लिए पर्यटक स्थल बेनीताल जाना समीपवर्ती लोगों की पहली पसंद होती है। बावजूद इसके क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी से कई बार मोटर मार्ग की दशा सुधारे जाने की मांग पूरी नही की जा सकी है। वहीं लोनिवि अधिकारियों की मानें तो समय-समय पर मार्ग की मरम्मत की जाती है 2016 में मार्ग पर सुधारीकरण कार्य किया गया था और अब 6 वर्ष बाद डामरीकरण सहित अन्य सुधारीकरण कार्य पूरे किए जाएंगे। समाजसेवी बिरेन्द्र मिंगवाल ने बताया कि क्षेत्र भ्रमण में प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल हवाई मार्ग से पहुंचे लेकिन जहां क्षेत्रवासियों की मूलभूत समस्याएं हैं वहां का रूख करना उन्होंने मुनासिब नहीं समझा।
सिमली-बेनीताल 27 किमी मोटर मार्ग का 10 किमी मार्ग खराब स्थिति में है मार्ग पर समय-समय में पैच वर्क किया जाता है लेकिन छह वर्ष बाद ही सुधारीकरण की प्रक्रिया शासन से मिले निर्देशों पर पूरी की जाएगी। – एके नैथानी, अधिशासी अभियंता लोनिवि कर्णप्रयाग