ऐता-चरेख मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग को तहसील में किया प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। दुगड्डा ब्लॉक के रामणी, चरेख, धरगांव, उमरैला के ग्रामीणों ने ऐता-चरेख मार्ग के डामरीकरण कराने की मांग को लेकर तहसील में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने इस संबंध में उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मोटर मार्ग में शीघ्र डामरीकरण न होने पर तहसील मुख्यालय में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने कहा कि जो हमारी सड़क है इसकी हालत बहुत खराब है आगे जाकर देखेंगे तो और भी बुरी हालत है रात को अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है या डिलीवरी केस हो तो उन्हे इस रोड से हॉस्पिटल तक पहुंचाना बहुत मुश्किल होता है। हमारी मांग है की सड़क का डामरीकरण किया जाए।
गुरूवार को उक्त गांवों के लोग तहसील परिसर में पहुंचे। जहां उन्होंने मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि ऐता से चरेख तक 22 किलोमीटर रोड पूरी तरह से खस्ताहाल है। यात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि यह रोड राष्ट्रीय राजमार्ग 534 से जुड़ती है और लगभग 12 ग्राम सभाओं के लोग इस पर निर्भर है। यह रोड पूरे घाड़ क्षेत्र की रीढ़ है। यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती और पशुपालन है, लोगों को अपने उत्पाद बेचने के लिए दुगड्डा और कोटद्वार जाना पड़ता है, लेकिन सड़क की खस्ताहाल के कारण उन्हें कोटद्वार एवं दुगड्डा पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2011 में 5.33 करोड़ की लागत से इस रोड का निर्माण और डामरीकरण हुआ था। वर्ष 2015-16 के आसपास रोड का कार्य पूर्ण हुआ और 2019 तक यह रोड पूरी तरह से खस्ताहाल हो चुकी है। प्रदर्शन करने वालों में प्रधान चरेख बालनन्दन सिंह, भाष्कर कुकरेती, महेन्द्र सिंह, सुन्दरपाल सिंह, सतीर्श ंसह, ललित अधिकारी, सोहन सिंह, जसपाल सिंह, संपूर्ण सिंह, रविन्द्र सिंह, चन्द्रमोहन आदि शामिल थे।