कबाड़ी के साथ फरार हुए दो बच्चों की मां, छह पर मुकदमा
पीड़ित पति की तहरीर पर चार वर्ष बाद पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
जमीन के कागज, स्कूटी व ज्वेलरी लेकर भी घर से भागी विवाहिता
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत एक मोहल्ले में रहने वाली दो बच्चों की मां क्षेत्र में काबाड़ी का काम करने वाले एक व्यक्ति के साथ फरार हो गई। विवाहिता के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी घर में रखे भूमि के कागज, स्कूटी व ज्वेरी सहित अन्य सामान भी अपने साथ लेकर चली गई। पति की तहरीर पर पुलिस ने विवाहिता व कबाड़ी सहित छह अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़ित पति ने बताया कि वह शहर से बाहर नौकरी करते थे। जबकि, उनकी पत्नी व दो बच्चे किराए के एक कमरे में कोटद्वार में रहते थे। बताया कि वर्ष 2019 को उनकी पत्नी अपने दोनों बच्चों को मायके छोड़ लकड़ीपड़ाव निवासी एक कबाड़ी के साथ फरार हो गई। उन्होंने इसकी शिकायत एक अप्रैल वर्ष 2019 में कोटद्वार थाने में की थी। लेकिन, पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बताया कि इस कृत्य में उनकी पत्नी के साथ ही सास, ससुर व कबाड़ी वाले का दोस्त भी शामिल है। मामले में कार्रवाई नहीं होने से वह चार वर्षों से मानसिक उत्पीड़न झेल रहे हैं। बताया कि उन्होंने अपने पत्नी के नाम से क्षेत्र में भूमि भी खरीदी थी, जिसकी कीमत करीब चालीस लाख रुपये है। भूमि के कागज भी उनकी पत्नी अपने साथ लेकर चली गई है। यही नहीं उनकी पत्नी एटीएम कार्ड, स्कूटी व ज्वेलरी भी लेकर भाग गई थी। वर्ष 2019 मे ंजब वह कोतवाली में तहरीर देकर आ रहे थे तो उनकी मुलाकात स्वयं को हिंदू नेता बताने वाले संजय थपलियाल नाम के व्यक्ति से हुई। संजय थपलियाल ने बताया कि वह उनकी पत्नी को कबाड़ी के चंगुल से निकालकर लेकर आ सकता हैं। लेकिन, इसके लिए उन्हें एक लाख रुपये खर्च करने होंगे। बताया कि उन्होंने संजय थपलियाल पर भरोसा करते हुए उसे एक लाख रुपये दे दिए। लेकिन, संजय ने पैसे लेने के बाद कोई जवाब नहीं दिया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया कि व्यक्ति की तहरीर पर उसकी पत्नी के साथ ही उत्तर प्रदेश जिला बिजनौर नगीना निवासी जावेद, इमरान खान, संजय थपलियाल, दरबार सिंह व उसकी सास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
विहिप ने दिखाया बाहर का रास्ता
व्यक्ति से पैसे ठगने के मामले को गंभीतरता से लेते हुए विश्व हिंदू परिषद ने संजय थपलियाल को सभी दायित्व से मुक्त कर दिया। कार्यकारी जिलाध्यक्ष दीपक गौड़ ने बताया कि संजय थपलियाल के इस कृत्य से परिषद की छवि धूमिल हुई है। ऐसे में संगठन ने उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया है।