माता सीता को पंचवटी में ना पाकर व्याकुल हुये श्रीराम
बाल रामलीला की ओर से आयोजित रामलीला का आठवां दिन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सिद्धबली मार्ग पर चल रही बाल रामलीला के आठवें दिन सीता हरण, राम लक्ष्मण का पंचवटीं, घायल जटायु का मिलना का मंचन किया गया। इस दौरान रामलीला देखने के लिए बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी पहुंचे हुए थे।
रामलीला का उद्घाटन मंडी परिषद के अध्यक्ष सुमन कोटनाला और कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री श्रीमती रंजना रावत ने दीप प्रज्वलित कर किया रामलीला के आठवें दिन राम लक्ष्मण माता सीता की खोज मे निकलते हैं जहां जंगल में उन्हें घायल अवस्था में जटायु मिलते हैं जो भगवान राम को रावण द्वारा सीता हरण की खबर बताकर उनके गोद में प्राण त्याग देते हैं। सीता की खोज करते समय राम लक्ष्मण की भेंट शबरी से होती है जो उन्हें मीठे बेर खिलाती है, इसके बाद श्रीराम की भेंट सुग्रीव और हनुमान से होती है सुग्रीव उन्हें मित्रता का प्रस्ताव देते हैं। श्रीराम की मदद से सुग्रीव बाली का वध कर देते हैं और फिर चारों तरफ सीता की खोज में अपने दूत भेज देते है। सीता की खोज करते करते हनुमान को जटायु के भाई संपाती मिलते हैं जो उन्हें बताते हैं कि रावण सीता को हर कर लंका ले गया है इसके बाद राम और सुग्रीव की आज्ञा पाकर हनुमान जी लंका जाते हैं और अशोक वाटिका में जाकर सीता जी से मिलते हैं। भूख लगने पर अशोक वाटिका से तमाम फल खाते। इस अवसर पर कमेटी के अध्यक्ष श्री ज्ञान सिंह नेगी अजय कश्यप सुनीता माहेश्वरी मीना सेमवाल कुसुम मोंगिया आलोक गुप्ता विनय भाटिया नितिन गुप्ता संजय शर्मा पंकज अग्रवाल विजय अग्रवाल समेत भारी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।