जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के सहयोग से बीजीआर कैंपस के वनस्पति विभाग में बुधवार को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डा. विक्रम नेगी ने पर्वतों के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि पर्वत दुनिया की आधी से अधिक आबादी को जल उपलब्ध कराते हैं और बढ़ते तापमान के कारण ग्लेशियरों का तीव्र पिघलना हिमालयी क्षेत्रों में जल संसाधनों और प्राकृतिक आपदाओं के जोखिम को बढ़ा रहा है। कहा कि पर्वत और ग्लेशियर वैश्विक जल सुरक्षा और जैव विविधता की अनमोल धरोहर हैं।
कार्यक्रम में पर्वतीय पारस्थितिकी, जैव विविधता, ग्लेशियरों की बदलती स्थिति और उनके वैज्ञानिक प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम में जल संसाधन प्रबंधन, पर्वतीय वन संरक्षण, ग्लेशियर निगरानी, जोखिम आंकलन और समुदाय आधारित संरक्षण रणनीतियों पर कई सत्र आयोजित किए गए। छात्रों और शोधार्थियों ने पोस्टर प्रस्तुति, संवाद सत्र और फील्ड गतिविधियों में भाग लिया। निदेशक प्रो. यूसी गैरोला ने कहा कि जैव विविधता संरक्षण और पर्वतीय पारस्थितिकी को सुरक्षित रखने में युवा पीढ़ी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।