मालन नदी के वैकल्पिक मार्ग से शुरू हुई भारी वाहनों की आवाजाही
मालन नदी का पुल ढहने के बाद ह्यूम पाइप से बनाया गया है वैकल्पिक मार्ग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मालन नदी का पुल ढहने के बाद तल्ला मोटाढांक बेलगिरी आश्रम-हल्दूखाता के मध्य ह्यूम पाइप डालकर बनाए गए वैकल्पिक मार्ग से भारी वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। शुक्रवार को सिगड्डी के जशोधरपुर औद्योगिक आस्थान व सिगड्डी ग्रोथ सेंटर के लिए माल लेकर जाने वाले वाहन भी इसी वैकल्पिक मार्ग से होते हुए फैक्ट्री तक पहुंचे। मार्ग पर आवाजाही शुरू होने से क्षेत्रवासियों को काफी राहत मिली।
मालन नदी का पुल ढहने के बाद क्षेत्रवासियों के समक्ष आवाजाही का संकट खड़ा हो गया था। प्रशासन की ओर से कण्वाश्रम-ध्रुवपुर मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के रूप में खोला गया। लेकिन, उक्त मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही थी। सबसे बड़ी चिंता सिगड्डी के जशोधरपुर औद्योगिक आस्थान व सिगड्डी ग्रोथ सेंटर तक कच्चा माल पहुंचाने की हो रही थी। इकाईयों को प्रतिदिन लाखों का नुकसान हो रहा था। सिडकुल निर्माता संघ की ओर से स्थानीय प्रशासन से फैक्ट्री में माल की आवाजाही के लिए व्यवस्थाएं बनाने की मांग की जा रही थी। प्रशासन ने तल्ला मोटाढाक-बेलगिरी आश्रम-हल्दूखाता पर मालन नदी में ह्यूम पाइप डालकर वैकल्पिक मार्ग बनाने का निर्णय लिया। लेकिन, अधिक बारिश होने के कारण नदी के जलस्तर में कमी नहीं हो रही थी। लगातार प्रयास के बाद गुरुवार को लोक निर्माण विभाग ने मार्ग पूरी तरह तैयार कर लिया था। शुक्रवार सुबह से मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई। वैकल्पिक मार्ग खुलने से क्षेत्रवासियों को कण्वाश्रम-ध्रुवपुर मार्ग से कई किलोमीटर घूमकर नहीं जाना पड़ेगा।