रुद्रप्रयाग : केदारनाथ यात्रा के अहम स्थान रामबाड़ा में डीडीएमए लोनिवि ने 48 मीटर स्पान सेतु का निर्माण कार्य पूरा करा दिया है। इस पुल में आवाजाही भी शुरू कर दी गई है। इससे रामबाड़ा में आने-जाने के लिए स्थायी समाधान मिल गया है। केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को रामबाड़ा में अब पुल से संबंधित किसी तरह की दिक्कतें नहीं उठानी पड़ेगी। उफनती मंदाकिनी नदी के ऊपर डीडीएमए लोनिवि ने 48 मीटर स्पान का नया पुल तैयार कर लिया है। रामबाड़ा में वर्ष 2013 की आपदा में सबकुछ ध्वस्त हो गया था, जिसके बाद यहां आवाजाही के लिए कई बार अस्थायी पुल बनाए गए, किंतु नदी के कटाव के चलते यहां पुल सुरक्षित नहीं रहे। जबकि कई बार दुर्घटनाओं की भी संभावना बनी रही। लोनिवि द्वारा इस नए और फोल्डिंग सेतु बनने से यात्रियों को बड़ी राहत मिल गई है। रामबाड़ा में आपदा के दौरान पूर्व में दोनों अस्थायी सेतु बह जाने से करीब दो माह तक यात्रा बाधित रही थी। तत्कालीन समाधान के रूप में 18 मीटर का एक फोल्डिंग सेतु लगाया गया था, किंतु नदी के बढ़ते कटाव और क्षेत्र की भौगोलिक जटिलताओं को देखते हुए एक बड़े स्पान के पुल की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। डीएमए के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वाण ने बताया कि स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड (एसडीआरएफ) मद में 48 मीटर स्पान वाले फोल्डिंग सेतु की स्वीकृति बीते साल मिली थी, जिसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। इस नए पुल बनने से रामबाड़ा-भीमबली क्षेत्र में यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चर, पालकी और पैदल श्रद्धालुओं को अक्सर जाम जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता था, जो अब काफी हद तक दूर हो सकेगी। (एजेंसी)