बाजपुर में भाजपा से जुड़े सांसद, मंत्रियों के विरोध का ऐलान
काशीपुर। भूमि बचाओ आंदोलन से जुड़े आंदोलनकारियों की बैठक के बाद ये तय हुआ कि अब 15 अगस्त के बाद भाजपा के किसी भी सांसद या मंत्री को क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा और इनका जोरदार तरीके से विरोध किया जायेगा साथ ही विपक्ष को भी ये चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस ने भी आंदोलनकारियों की उपेक्षा की तो एक सितंबर से कांग्रेस के नेताओं का भी पुरजोर विरोध होगा। मंगलवार को गुरुद्वारा सिंह सभा में हुई आंदोलनकारियों की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिए गये। बैठक की अध्यक्षता भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा ने की। वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र की 5838 एकड़ भूमि के भूमिधरी अधिकारों को लेकर चल रहे आंदोलन की साल भर बाद भी अनदेखी हो रही है। सरकार के आश्वासनों पर खरा न उतरने से पीड़ित किसान मजदूर व्यापारी बेहद खफा व निराश हैं। वक्ताओं ने कहा कि चार वर्ष से बाजपुर की पचास हजार की आबादी अपने भूमिधरी अधिकारों से वंचित है। हजारों परिवार बर्बादी के कगार पर हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से रुकी हुई है। छोटे-छोटे प्लाट वाले अपना घर नहीं बना पा रहे ऐसी अनेकों समस्याएं सभी के सामने हैं लेकिन सरकार द्वारा एक साल से लगातार टाल मटोल किया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि विपक्ष ने भी बाजपुर के पीड़ित परिवारों की कोई सुध नहीं ली। पंचायत में निर्णय लिया कि 15 अगस्त के बाद से बाजपुर में आने वाले भाजपा से जुड़े सांसद, मंत्री या अन्य बड़े नेताओं का विरोध किया जाएगा साथ ही विपक्ष को एक सितंबर तक की मोहलत दी गई है कि बाजपुर की पीड़ा को लेकर देहरादून में नेता प्रतिपक्ष जो स्थानीय विधायक भी हैं मुख्यमंत्री के कार्यालय में धरना शुरू करें। यदि कांग्रेस द्वारा भी उपेक्षा की गई तो एक सितंबर से कांग्रेस के नेताओं का भी पुरजोर विरोध किया जाएगा। बैठक का संचालन भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने किया।
पंचायत में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश अध्यक्ष बल्ली सिंह चीमा, भारतीय किसान यूनियन के कुमायूं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा, भूमि बचाओ आंदोलन के आयोजक रजनीत सिंह सोनू, कुलबीर सिंह, हरमिंदर सिंह बराड़, महेंद्र सिंह रंधावा, सनी निज्जर, विक्रम सिंह, महेंद्र सिंह, हरदेव सिंह, दर्शन लाल गोयल, सिकंदर सिंह, जोगिंदर सिंह आदि थे।