हंगामे के चलते नगर निगम की बोर्ड बैठक स्थगित
ाषिकेश। नगर निगम का वार्षिक बजट पारित करने के लिए बुलाई गई अहम बैठक सोमवार को हंगामे के चलते स्थगित हो गई। वार्डों में विकास कार्य नहीं होने से नाराज पार्षदों ने हंगामा करते हुए बैठक का बहिष्कार किया। अब अगली बैठक 29 अप्रैल को होगी। इसके लिए सभी पार्षदों को एक सप्ताह पहले विकास कार्यों से संबंधित प्रस्ताव देने होंगे। सोमवार को नगर निगमाषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में मेयर अनिता ममगाईं की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। वार्षिक बजट को सर्वसम्मति से पारित करने के लिए बुलाई गई बोर्ड बैठक उस समय हंगामे की भेंट चढ़ गई, जब ज्यादातर पार्षद बजट पर चर्चा से पहले पिछले स्वीत विकास कार्यों की समीक्षा पर अड़ गए। पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाह कार्यशैली के चलते विकास कार्य नहीं हो रहे, इससे पार्षद अपने वार्ड की जनता से नजर नहीं मिला पा रहे हैं। बिजली के पोल में क्लैंप लगाने से लेकर अन्य कार्यों के लिए निगम अधिकारियों के हाथ जोड़ने पड़ते हैं और फिर भी काम नहीं होता। जिम्मेदार अधिकारियों का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पार्षदों का पारा चढ़ गया और बैठक हंगामे में बदल गई। पार्षद शिवकुमार गौतम, राधा रमोला, सुंदरी कंडवाल, लता तिवाड़ी, राजू दिवाकर, प्रभाकर शर्मा बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर सदन से बाहर चले गए। मेयर ने स्थिति को संभालते हुए बैठक स्थगित कर अगली बैठक 29 अप्रैल को बुलाई। कहा कि अगली बैठक में विकास कार्यों के प्रस्ताव के साथ बजट पर चर्चा की जाएगी। पार्षदों ने सहमति जतायी। मौके पर नगर आयुक्त जीसी गुणवंत, अधिशासी अभियंता निर्माण विनोद जोशी, सहायक अभियंता आनंद मिश्रवाण, कर अधीक्षक निशात अंसारी, अवर अभियंता तरूण लखेड़ा, पार्षद मनीष शर्मा, राकेश मिया, लव कांबोज, विजयलक्ष्मी रावत, रीना शर्मा, देवेंद्र प्रजापति, विपिन पंत, बीरेंद्र रमोला, जगत नेगी, भगवान पंवार, शकुंतला शर्मा, चेतन चौहान, गुरविंदर सिंह आदि मौजूद रहे।
लगातार गिरते राजस्व पर मांगा जवाब
बोर्ड बैठक में मेयर अनिता ममगाईं ने नगर निगम के लगातार गिरते राजस्व पर नाराजगी जतायी। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाते हुए राजस्व वसूली नहीं होने का कारण पूछा। मेयर ने कर अधीक्षक से जवाब तलब किया कि वाहन पार्किंग शुल्क, तहबाजारी शुल्क, भवनकर शुल्क वसूली की स्थिति क्या है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाह कार्यशैली से नगर निगम वित्तीय संकट से जूझ रहा है। मेयर ने हिदायत दी कि अधिकारी कार्य संस्ति में सुधार लाकर जनता और नगर निगम हित में कार्य करें।
ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश
मेयर ने करीब पांच महीने पहले 15 लाख की लागत से बने शौचालय के जर्जर होने की अमितग्राम वार्ड के पार्षद बीरेंद्र रमोला की शिकायत का संज्ञान लेकर अधिशासी अभियंता को संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए।
दो वार्ड स्ट्रीट लाइट सुविधा से वंचित
नगर निगम में शामिल मीरानगर और अमितग्राम में स्ट्रीट लाइट नहीं लगने पर उक्त वार्डों के पार्षद सुंदरी कंडवाल, बीरेंद्र रमोला ने नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा। पार्षदों ने कहा कि जब सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगाई गई तो उनके वार्ड के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया। मेयर ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
आठ महीने में नहीं लगा क्लैंप
शिवाजी नगर के पार्षद जयेश राणा ने विकास कार्यों की पोल खोलते हुए बताया कि 8 महीने से विद्युत पोल के क्लैंप लगाने की मांग रख रहे हैं, लेकिन क्लैंप नहीं लगा। आखिरकार खुद ही खरीद कर लगाना पड़ा।