नगर निगम तलाश रहा अपनी सम्पत्ति, लगा रहा बोर्ड
-फिलहाल नगर निगम को पता ही नहीं है उसके पास कितनी है सम्पत्ति
-लगातार हो रहा नगर निगम की सम्पत्ति पर अतिक्रमण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार में नगर निगम के विस्तार के साथ ही उसकी सम्पत्ति में भी इजाफा हुआ है। अब यह इजाफा कितना हुआ है इसे नगर निगम कोटद्वार अभी तक नहीं समझ पाया है। इसके अलावा नगर निगम को यह तक पता नहीं है कि उसके पास कहां-कहां और कितनी सम्पत्ति है। जिसका नतीजा है कि लगातार नगर निगम की सम्पत्ति पर अवैध कब्जे हो रहे हैं। हालांकि, अब नगर निगम नींद से जागता हुआ नजर आ रहा है। जिसके चलते नगर निगम ने अपनी सम्पत्तियों की तलाश शुरू कर दी है और उन पर बोर्ड लगाना भी शुरू कर दिया है।
नगर पालिका कोटद्वार जब नगर निगम बना तो नियमों के अनुसार इसका विस्तार भी किया गया। जिसके चलते निगम की सम्पत्ति में भी काफी इजाफा हुआ। हालांकि निगम अभी तक यह पता नहीं लगा पाया है कि उसकी सम्पत्ति में कितना इजाफा हुआ है। नगर पालिका के समय गांवों में ग्राम पंचायत के अधीन आने वाली सम्पत्ति भी अब नगर निगम के अधीन आ गई है। ऐसे में निगम को अपनी संपत्तियों को तलाश करने व उन्हें अतिक्रमण से बचाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, अब नगर निगम के अधिकारी नींद से जाग गए हैं और निगम की सम्पत्तियों पर हक जताते हुए उन बोर्ड लगाने भी शुरू कर दिए हैं। सहायक नगर आयुक्त संजय कुमार का कहना है कि ग्राम विकास अधिकारी की ओर से नगर निगम के अधीन आने वाली जिन सम्पत्तियों के बारे में बताया गया है उन्हें चिह्नित कर वहां बोर्ड लगाए जा रहे हैं। जिससे लोग उन सम्पत्तियों पर अतिक्रमण न कर सकें। इसके अलावा निगम की अन्य सम्पत्तियों के बारे में भी ग्राम विकास अधिकारी को लिखा गया है। जैसे ही पता चलता है कि निगम की कुल संपत्ति कितनी है तो उन सभी को चिह्नित कर वहां बोर्ड लगा दिए जाएंगे।