नगर निगम ने तोड़ना शुरू किया खुद का अतिक्रमण, बाकियों की बढ़ी धड़कनें
-हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर से हटाया जाना है अतिक्रमण
-कुछ ने शुरू किया अतिक्रमण हटाना तो कुछ अभी भी नहीं कर रहे खुद से कार्रवाई
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम कोटद्वार में नेशनल हाईवे की दोनों ओर से अतिक्रमण हटाया जाना है। इसे लेकर नगर निगम कोटद्वार प्रशासन अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी दे चुका है, लेकिन अतिक्रमणकारी हैं कि खुद से अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं हैं। जिसे देखते हुए निगम प्रशासन ने सबसे पहले खुद का ही किया हुआ अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। जिससे अन्य लोगों को सीख मिल सके और वह भी अपना अतिक्रमण खुद हटाने को तैयार हो जाएं।
बता दें कि 18 नवंबर 2020 को उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ही नगर निगम की नजूल भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए। न्यायालय के आदेश मिलते ही नगर निगम ने अतिक्रमणकारियों का चिह्नीकरण शुरू कर दिया। निगम की ओर से लाल बत्ती चौक से मालवीय उद्यान तक 137 अतिक्रमण चिह्नित कर दिए। उच्च न्यायालय की ओर से जारी निर्देशों के बाद नगर निगम ने दिसंबर 2020 में नगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। नगर निगम की इस कार्रवाई के विरोध में कुछ भवन स्वामी उच्चतम न्यायालय पहुंच गए। व्यापारियों का तर्क था कि उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका में भवन स्वामियों का पक्ष सुने बिना निर्णय दे दिया। उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय को दूसरा पक्ष सुनने के निर्देश दिए। जिस पर उच्च न्यायालय ने नगर निगम को भवन स्वामियों का पक्ष सुनने के निर्देश दिए।
उच्च न्यायालय के निर्देश पर नगर निगम ने भवन स्वामियों को आपत्तियां दर्ज करने के निर्देश दिए। नगर निगम में 79 भवन स्वामियों ने आपत्तियां दर्ज की। जिन पर नगर निगम प्रशासन ने सुनवाई की। सुनवाई पूर्ण होने के बाद अब नगर निगम प्रशासन ने 43 भवन स्वामियों के भवनों को अतिक्रमण की जद में पाया। निगम ने इन सभी को नोटिस जारी कर खुद से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। अतिक्रमणकारी इस नोटिस के खिलाफ भी कोर्ट चले गए। हालांकि, कोर्ट ने नोटिस को सही बताते हुए अतिक्रमणकारियों की याचिका को खारिज कर दिया। जिससे अतिक्रमण हटने का रास्ता करीब-करीब साफ हो गया है। हालांकि, अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं है। इन्हीं लोगों को सीख देने के लिए नगर निगम प्रशासन ने पंजाब नेशनल बैंक के विपरीत स्थित अतिक्रमण की जद में आ रहे अपने भवन को तोड़ना शुरू कर दिया है।
दिन में अतिक्रमण तोड़ना नेशनल हाईवे पर चलने वालों के लिए खतरा
नगर निगम प्रशासन के साथ ही कुछ लोग दिन के समय नेशनल हाईवे के दोनों ओर अतिक्रमण तोड़ रहे हैं। जिससे मार्ग पर आवाजाही करने वालों को खतरा बना हुआ है। पिछले दिनों ही अतिक्रमण तोड़ने के दौरान सड़क पर खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष कोतवाली आ पहुंचे। किसी तरह मामले में समझौता हो पाया।
पंजाब नेशनल बैंक के विपरीत नगर निगम प्रशासन अतिक्रमण की जद में आ रहे अपने भवन के हिस्से को तोड़ रहा है। जिससे अन्य लोग भी खुद से अतिक्रमण हटाने को आगे आएं। जल्द ही मजिस्ट्रेटी कमेटी गठित होगी, जिसके बाद निगम प्रशासन शहर से अतिक्रमण हटाएगा।
मोहम्मद कामिल, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम कोटद्वार