खुले में कचरा देंकने पर फर्नीचर की दुकान पर नगर निगम की बड़ी कार्रवाई
-एक दुकान पर 20 हजार का जुर्माना, आनाकानी करने पर दूसरी फर्नीचर की दुकान पर लगाया ताला
हल्द्वानी। खुले में कचरा देंकने के मामले में नगर निगम ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। कचरे में मिले बिल, सामान और डिब्बों के ऊपर लिखे नंबरों के आधार पर फर्नीचर की एक दुकान पर 20 हजार का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, चालान भरने में आनाकानी करने पर एक अन्य फर्नीचर की दुकान पर निगम ने अपना ताला लटका दिया है। बीते शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने मंडी बाईपास रोड पर फैलाए गए करीब 20 से 25 टन कचरे को वाहनों की मदद से ट्रंचिंग ग्राउंड में डंप करवाया। इस कचरे के ढेर में गैस गोदाम रोड स्थित दो फर्नीचर की दुकानों के बिल, फर्नीचर के बाहर लगी पलीथिन भी मिली। इन्हें जब्त कर निगम ने संबंधित फर्नीचर की दुकानों का पता कराया। कचरे के ढेर में बड़ी मात्रा में सोफा, कुर्सी आदि बनाने के दौरान निकलने वाला बुरादा और लकड़ी के टुकड़े तक मिले। दुकानों का पता चलने के बाद सहायक नगर आयुक्त गौरव भसीन की अगुवाई वाली एक टीम सारे बिल और कचरे के ढेर से मिली सामग्री लेकर कुसुमखेड़ा गैस गोदाम रोड स्थित टीएस फर्नीचर और सुधीर फर्नीचर हाउस में पहुंची। सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि पूछताछ करने पर दोनों दुकानदारों ने ग्राहकों पर कूड़ा देंकने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी बताया कि वे अपनी दुकान का कचरा निगम के वाहनों में डालने के अलावा प्राइवेट कूड़ा वाहनों को भी देते हैं। दोनों ने आशंका जताई कि प्राइवेट कूड़ा वाहन चालक कचरे को मंडी बाईपास पर डंप कर देते हैं। ऐसे में टीएस फर्नीचर पर 20 हजार का जुर्माना लगाया गया। वहीं, सुधीर फर्नीचर के संचालक द्वारा जुर्माना देने में आनाकानी करने के कारण प्रतिष्ठान पर निगम का ताला लगा दिया गया। सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि दोनों दुकानदारों को सख्त हिदायत दी गई कि वे अपने प्रतिष्ठान का कूड़ा केवल नगर निगम के कूड़ा वाहनों में ही डालना सुनिश्चित करें।