नगर निगम जल्द जारी करेगा टोल फ्री नंबर, फोन पर दर्ज होगी शिकायत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अब लोगों को शिकायत दर्ज कराने के लिए नगर निगम के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगें। नगर निगम से संबंधित शिकायत अब फोन पर ही दर्ज करवाई जा सकेगी। इसके लिए जल्द ही एक टोल फ्री नंबर जारी किया जायेगा। ताकि लोग घर बैठे ही शिकायत दर्ज करवा सकें।
करीब डेढ़ लाख की आबादी वाले कोटद्वार क्षेत्र को 2017 में उत्तराखंड शासन ने नगर निगम का दर्जा दे दिया। तीन वर्ष बीत गए, लेकिन आज भी निगम में सुविधाएं वहीं पालिका वाली ही है। नगर पालिका परिषद कोटद्वार में मात्र 11 वार्ड थे। वर्तमान सरकार ने वर्ष 2017 में भाबर की करीब 35 ग्राम सभाओं को पालिका में शामिल कर नगर निगम का दर्जा दे दिया और चालीस वार्ड बना दिये। नगर निगम के गठन होने से लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद थी, लेकिन लोगों को सुविधाएं तो नहीं मिल पाई, बल्कि परेशानी जरूर उठानी पड़ रही है। निगम क्षेत्र में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते है। लोगों को इसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए नगर निगम के चक्कर लगाने पड़ते थे, फिर भी समस्या का निराकरण नहीं हो पाता था। लेकिन अब लोगों को शिकायत दर्ज कराने के लिए निगम के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगें और घर बैठे ही शिकायत दर्ज करा सकते है। नगर निगम ने लोगों की शिकायत दर्ज करवाने के लिए एक टोल फ्री नंबर जारी करने की योजना बनाई है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। पूर्व में नगर निगम में मौखिक एवं लिखित शिकायत दर्ज होती थी। सिगड्डी क्षेत्र के लोगों को लिखित शिकायत दर्ज कराने के लिए 15 किमी. का सफर तय करके निगम आना पड़ता था, जिस कारण उन्हें परेशानी के साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता था। टोल फ्री नंबर जारी होने से सनेह से लेकर सिगड्डी के लोगों को शिकायत दर्ज कराने के लिए निगम के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगें।
नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि सफाई और नाला से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए एक टोल फ्री नंबर जारी करने की योजना बनाई गई है। इस संबंध में बीएसएनएल को पत्र भेजा गया है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही टोल फ्री नंबर मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि लोगों की शिकायत सुनने के लिए एक कर्मचारी की डयूटी लगाई जाएगी। शिकायत दर्ज होने के बाद संबंधित अधिकारी को ट्रासफर की जाएगी, ताकि समस्या का समय पर निस्तारण हो सके। लोगों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर शुरू करने का निर्णय लिय गया है। शिकायत दर्ज होने के बाद उन्हें संबंधित अधिकारी को ट्रांसफर कर दिया जाएगा।