नगर निगम कोटद्वार की बीएमसी करेगी चैनलाइजेशन कार्य की जांच
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार की जैव विविधता कमेटी (बीएमसी) ने खननकारियों द्वारा अनियंत्रित दोहन, चोरी, खनन डंपरों के कारण क्षेत्र में अत्यधिक धूल की समस्या एवं क्षमता से अधिक माल ढोने के कारण सड़क व पाइन लाइन क्षतिग्रस्त की समस्या के निराकरण हेतु जांच का निर्णय लिया है। कमेटी ने जांच में सहयोग हेतु दो पुलिस कर्मी/होमगार्ड उपलब्ध कराने की उपजिलाधिकारी से मांग की है।
जैव विविधता कमेटी के अध्यक्ष राकेश बिष्ट ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि वर्तमान में लॉकडाउन के दौरान सुखरो, खोह समेत अन्य नदी, नालों में जो चैनलाजेशन का कार्य हो रहा है उनमें भारी अनियमितता पाई गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नदी में चैनलाजेशन का कार्य मानक के अनुसार नहीं हो रहा है। डंपर क्षमता से दोगुने लोग लेकर शहर की सड़कों पर दौड़ रहे है। जिस कारण शहर की अधिकांश सड़के पूर्णत: क्षतिग्रस्त हो गई है। कई जगह तो तीन-चार फिट गहरे गड्ढे पड़े हुए है। वहीं जगह-जगह पाइप लाइन लीक हो रही है। उन्होंने कहा कि खनन की समय सीमा के अतिरिक्त रात में भी चोरी छिपे खनन कार्य हो रहा है। जिस कारण सरकार को लाखों रूपये का नुकसान प्रतिदिन हो रहा है। दिन-रात सड़कों पर ओवर लोड डंपर दौड़ने से हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ज्ञापन देने वालों में कमेटी के अध्यक्ष राकेश बिष्ट, सचिव दीपक रावत, सुखपाल शाह, विपिन डोबरियाल, सौरव नौडियाल, विजेता रावत, मीनाक्षी कोटनाला आदि शामिल थे।