नहीं सुनी प्रशासन ने तो खनन भंडारण के विरोध में तहसील में क्रमिक अनशन हुआ शुरू
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र अन्तर्गत वार्ड नम्बर तीन में खनन भंडारण के खिलाफ दो माह से जारी आंदोलन शुक्रवार को क्रमिक अनशन में तब्दील हो गया है। शुक्रवार को तहसील परिसर में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, गोपालदत्त जखमोला, हेमा देवी क्रमिक अनशन पर बैठे।
तहसील परिसर में प्रदर्शन करते हुए लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने खनन कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मानकों के विपरीत सनेह मल्ली में भंडारण की स्वीकृति दी। सनेह में कृषि भूमि के बीचों बीच भंडारण की अनुमति दी गई है। जो कि गलत है। स्थानीय लोग पिछले दो माह से भंडारण का विरोध कर रहे है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिससे आक्रोशित लोगों ने क्रमिक अनशन करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी भंडारण निरस्त नहीं किया गया तो आमरण अनशन को बाध्य होगें। लोगों का कहना है कि एक ओर तो सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कह रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन सनेह में कृषि भूमि के बीचों बीच भंडारण की अनुमति दे रहा है। ऐसे में किसानों की आय कैसे दोगुना होगी। यही नहीं सरकार का राज्य को ग्रीन और प्रदूषण मुक्त बनाने को लेकर वृक्षारोपण पर जोर दे रही है, वहीं मानकों के विपरीत भंडारण की अनुमति देकर पर्यावरण को दूषित किया जा रहा है। इस अवसर पर गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने कहा कि सनेह मल्ली में अधिकांश पूर्व सैनिक निवास करते है। सेना से रिटायर होने के बाद पूर्व सैनिक सुकून की जिंदगी जीना चाहते है, लेकिन प्रशासन मानकों के विपरीत भंडारण की अनुमति देकर उनकी परेशानी बढ़ा रहा है। प्रदर्शन करने वालों में कैप्टन हंसवत सिंह बिष्ट, जगमोहन सिंह, सुदामा सिंह, ममता बिष्ट, लक्ष्मी नेगी, सुशीला देवी, प्रमिला, सुनीता, शांति, रामेश्वरी, मालती देवी, रानी नेगी, रामेश्वरी रावत, हयात सिंह, मातवर सिंह, सतपार्ल ंसह, राजेन्द्र, जगदीश, विजेन्द्र सिंह नेगी, महिपाल सिंह, कुन्दन सिंह, सतीश जदली, सीपी डोबरियाल आदि शामिल थे।