नई शिक्षा नीति को राष्ट्र निर्माण की नींव बताया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विकासखंड एकेश्वर के पब्लिक इंटर कॉलेज सुरखेत में एनएसएस की पहल पर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने इसे नई पीढ़ी का क्षमता सम्वद्र्धन से राष्ट्र निर्माण की नींव बताया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा स्थानीय भाषा या मातृभाषा में होने से बच्चों को अपनी संस्कृति का ज्ञान भी मिलेगा। जूनियर कक्षाओं में बच्चों को कम्प्यूटर कोडिंग के द्वारा विषय ज्ञान दिया जायेगा। 9वीं से 12वीं कक्षा तक सेमेस्टर प्रणाली लागू होगी तथा विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार विषयों का चयन कर सकते है। बोर्ड परीक्षा केवल 12वीं कक्षा में ली जायेगी। उच्च शिक्षा में बहु-प्रवेश और बहु-निकासी की व्यवस्था की गई है।
संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के गढ़वाल मंडल कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा प्रकोष्ठ गढ़वाल मंडल द्वारा छात्र-छात्राओं को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जानकारी देने के लिए निरन्तर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि देश में पहली बार 1968 में शिक्षा नीति बनाई गई थी। दूसरी शिक्षा नीति 1986 में बनाई गई जिसे 1992 में संशोधित किया गया था। इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता वाली शिक्षा समिति द्वारा तैयार ड्राफ्ट मई 2020 में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को सौंपने के बाद 29 जुलाई 20020 को केन्द्रीय कैबिनेट ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को मंजूरी दी है, जिसे 2022 से लागू किया जाना है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कई अहम बदलाव किये गये है। नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों का मूल्यांकन स्वयं, सहपाठियों तथा शिक्षकों के द्वारा तीन स्तरों पर किया जायेगा। स्नातक प्रथम वर्ष में सर्टिफिकेट, दो वर्ष में डिप्लोमा तथा तीन वर्ष का पाठयक्रम पूरा करने पर डिग्री दी जायेगी। बीएड पाठ्यक्रम चार वर्ष का, दो वर्ष का तथा एक वर्ष का होगा। अध्यापकों के प्रशिक्षण और नियुक्ति के लिए मानक कठोर कर दिये गये है। पूरे देश में सरकारी व प्राइवेट संस्थाआं में शिक्षा का एक ही पाठ्यक्रम व मापदंड होगा। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य नैतिक मूल्यों का विकास, छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर प्रधानाचार्य हीरा सिंह तोमर, कार्यक्रम अधिकारी सतीश चन्द्र शाह, शिक्षिका सरोज रावत, विजेता गडोई सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।