नैनीताल। तल्लीताल व्यापार मंडल ने सिंचाई विभाग की ओर से यहां रिक्शा स्टैंड के पीछे, जिला परिषद के समीप स्थित नालों समेत कई अन्य नालों के ऊपर
लगाई जालियों पर सवालिया निशान लगाए हैं। होटल व्यवसाई/व्यापारी नेता प्रकाश बिष्ट का कहना है कि 1880 से भू-स्खलन के बाद ब्रिटिश हुकूमत ने कैचमेंट की
सुरक्षा के लिए झील के चारों ओर पांच दर्जन से अधिक नाले बनाए। इसमें विभिन्न स्थानों पर कैचपिट व अन्त में झील के मुहाने पर जालियां हुआ करती थी।
जिससे नालों के माध्यम से आने वाले बड़े पत्थर आदि उक्त कैचपिट में रुकते जबकि कूड़ा आदि भी नैनीझील के मुहाने पर लगी जालियों से रुक जाता। बीते दशकों
में बंद हो चुके कैचपिट को खोलने व नियमित सफाई की योजना के इतर विभाग नालों को लोहे की जालियों से कवर कर रहा है। सवाल यह है कि इन जालियों के
नीचे सफाई कैसे होगी। उन्होंने आयुक्त व जिला प्रशासन को मेल के माध्यम से इसकी जांच कर जन सुझावों से नालों के संरक्षण की मांग की है। जिससे राज्य की
अमूल्य निधि इस तरह बर्बाद होने से बचे।