नम आंखों से पूर्व राज्य मंत्री कैलाश रावत को दी अंतिम विदाई
पिथौरागढ़। पूर्व राज्य मंत्री वरिष्ठ कांग्रेसी तथा संरक्षक धारचूला व्यापार मंडल कैलाश रावत के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए धारचूला मुंस्यारी पिथौरागढ़ से सैकड़ों लोग उनके आवास पर पहुंचे। यहां उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कुछ दिनों से स्वास्थ्य खराब होने के कारण कल उन्हें हल्द्वानी ले जाने के दौरान अल्मोड़ा के पास उनकी मृत्यु हो गई थी। उनके निवास स्थान से सैकड़ों लोग नम आंखों से उनको अंतिम विदाई देने के लिए उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। काली नदी के घाट पर विधिविधान के साथ उनके पुत्र तथा भतीजे ने मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया। अंतिम दर्शन को पहुंचे राज्य मंत्री शमशेर सत्याल ने कहा कि कैलाश रावत के निधन से पक्ष विपक्ष में सामंजस्य बनाने वाले जमीनी संघर्षशील नेता के जाने से खाली हुए स्थान को भर पाना बहुत ही मुश्किल होगा। उन्होंने उनको समाज के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित बताया। विधायक हरीश धामी ने कहा कि वह उनके बड़े भाई की तरह थे। सदैव उनका मार्गदर्शन क्षेत्र के समस्याओं के समाधान के लिए मिलता था। उनके जाने से उनके खाली स्थान को भर पाना संभव नहीं होगा। उनको अपना दुख सुख का साथी बताया। विधायक ने कहा कि उनको हमेशा समाज में पिछड़े गरीबों की चिंता रहती थी। उनके लिए सभी एक समान थे। उनके विचार हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे। उनकी अंतिम यात्रा में व्यापार संघ अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह थापा, उपाध्यक्ष प्रकाश गुंज्याल, महासचिव नवीन खर्कवाल, श्याम चन्द्र खर्कवाल, कमल कौशल, हीरा लाल, प्रकाश लाल, ओपी वर्मा, डूंगर दानू ,नेत्र कुंवर, दीपक बिष्ट ,जीवन बिष्ट, गणेश धामी, रामु रोकाया, भूपेंद्र बराल, कृष्ण गर्ब्याल, रुकुम बिष्ट, अशोक नबियाल, हरीश धामी, देवी दत्त उपाध्याय, अनूप खनाल, अनवाल समुदाय के अध्यक्ष गुमान बिष्ट रं कल्याण संस्था के अध्यक्ष देव कृष्ण फकलियाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।