नंदा-सुनंदा की मूर्ति का निर्माण कार्य संपन्न
बागेश्वर। नंदाष्टमी पर होने वाले नंदा महोत्सव को इस बार कोरोना के चलते सूक्ष्म कर दिया है। इस साल रामलील भवन में मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। जहां महोत्सव समिति के लोग पूजा-अर्चना कर अगले दिन मूर्तियों का विसर्जन करेंगे। बुधवार से होने वाले इस पूजा के लिए मूर्तियों का निर्माण पूरा कर लिया है। रामलीला कमेटी के तत्वावधान में हर साल नुमाइशखेत मैदान में नंदा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाता है। हालांकि इस बार कोरोना महामारी के चलते भव्य अयोजन नहीं कराया जा रहा है। महोत्सव के संयोजक नवीन साह ने बताया कि रविवार की सुबह कदली वृक्ष लाने की रस्म के बाद मूर्ति निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। अब नंदा और सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। 26 अगस्त के दिन रामलीला भवन में पंडित गोकुलानंद जोशी विधिवत मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इसके बाद समिति के पदाधिकारी व सदस्य मां नंदा-सुनंदा की पूजा करेंगे। गुरुवार को दोपहर बाद मूर्तियां सरयू नदी में विसर्जित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस साल बाजार में डोला भ्रमण भी नहीं कराया जाएगा। उन्होंने महमारी को देखते हुए भक्तों से घर पर रहकर ही मां नंदा-सुनंदा की पूजा और नाम स्मरण करने को कहा। ताकि कोरोना जैसी महामारी को फैलने से रोका जा सके। अगले साल बीमारी कम होने के बाद फिर से महोत्सव भव्य रूप से मनाया जाएगा।