अप्सराओं को भेज नारद की तपस्या करवाई भंग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : रामलीला कमेटी दुगड्डा की ओर से ऐतिहासिक रामलीला का मंचन आरंभ हो गया है। गुरूवार से आरंभ रामलीला अपने 124वें वर्ष में प्रवेश कर गई है। रामलीला का आरंभ करते हुए पूर्व कलाकार राम अवतार व बुद्धि सिंह ने रामलीला के 124वें वर्ष में प्रवेश करने पर सभी को बधाई दी और भविष्य में भी सहयोग का आह्वान किया।
रामलीला के प्रथम दिवस पर सर्वप्रथम गणेश भगवान की आरती की गई। तत्पश्चात नारद मोह, इंद्र का सिंहासन डोलना, कामदेव द्वारा अप्सराओं को भेजकर नारद मुनि की तपस्या भंग करना, फिर कामदेव द्वारा मुनि नारद से क्षमा मांगना और नारद द्वारा भगवान विष्णु को अगले जन्म में पत्नी वियोग में भटकने का श्राप देना तक की लीला का मंचन किया गया। लीला में कलाकारों ने अपने दमदार अभिनय से जनता को देर तक बांधे रखा। लीला संचालन में नितेश ठाकुर, योगेंद्र बिष्ट, संजीव कोटनाला, प्रदीप बडोला, विक्रम गुसाई, वीरेंद्र शाह, निखिल व दीपक आदि ने सहयोग दिया।