नाराज ग्रामीणों ने किया अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन
झूलाघाट। नेपाल सीमा पर झूलाघाट से जौलजीबी तक चल रहे सड़क निर्माण कार्य में ढिलाई से स्थानीय ग्रामीण भड़क गए हैं। ग्रामीणों ने झूलाघाट में लोनिवि डाकबंगले के सम्मुख लोनिवि अस्कोट के अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोनिवि अधिकारियों पर ठेकेदार के साथ मिलीभगत कर कार्य में जानबूझकर विलंब करने का आरोप लगाया। टनकपुर से काली नदी किनारे जौलजीबी तक मोटर मार्ग प्रस्तावित है। जिसकी कुल लंबाई 135 किमी है। टनकपुर से चम्पावत जिले के रूपालीगाड़ तक 55 किमी तक मार्ग निर्माण का कार्य चल रहा है। रू पालीगाड़ से बलतड़ी तक 45 किमी क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य होना शेष है। बलतड़ी से जौलजीबी 35 किमी क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इधर झूलाघाट बलतड़ी से जौलजीबी तक सड़क निर्माण का कार्य कछुवा गति से हो रहा है। सड़क निर्माण का कार्य तेजी से हो तो काली नदी घाटी के रणवा, अमतड़ी, ड्यौड़ा, चकद्वारी तक के लोगों को झूलाघाट आने-जाने और जौलजीबी के लोगों को जिला मुख्यालय आने-जाने की सहूलियत मिलती। वर्तमान में तालेश्वर से रणवा पांच किमी मार्ग बनाने में लोनिवि ने कई माह लगा दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कार्य के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। विरोध प्रदर्शन करने वाले झूलाघाट, गिठीगड़ा और तालेश््रवर के ग्रामीणों ने लोनिवि और ठेकेदार की मिलीभगत बताई और तत्काल वर्तमान ठेकेदार से कार्य छीन कर नए सिरे से दूसरे ठेकेदार को कार्य सौंपने की मांग की है। भाजपा मंडल उपाध्यक्ष भीम सिंह गोबाड़ी के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में रामू गोबाड़ी, भूपेंद्र सिंह बिष्ट, धन सिंह बिष्ट, सौरभ श्रेष्ठ, भूपेंद्र चंद, कमलेश, गोवर्द्धन महर, केशव राम, प्रेमराम, भुवन पंगरिया आदि शामिल थे। इस संबंध में लोनिवि अस्कोट के अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करने का प्रयास किया गया परंतु रविवार होने से किसी भी जिम्मेदार अधिकारी से संपर्क नहीं हो सका। स्थानीय विधायक विशन सिंह चुफाल ने ग्रामीणों को इस मामले में विभाग से जानकारी लेकर कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।