नरेंद्र मोदी चौबीस कैरेट का सोना,प्रयासों से भारत बना आत्मनिर्भर
नई दिल्ली, एजेंसी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद पर पाकिस्तान को साफ बता दिया गया है कि आतंकवाद पर नकेल कसने की कार्रवाई न केवल अपने देश के अंदर, बल्कि जरूरत पड़ी तो उनकी तरफ भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों की कार्रवाई से आतंकियों का हौसला टूट गया है। शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि लोग कहते थे कि अनुच्छेद 370 हटी तो पूरा कश्मीर जल उठेगा, लेकिन कुछ घटनाओं को छोड़कर वहां शांति रही। दुश्मन ताकतें बेचौन हैं। उन्होंने कहा कि हम अब क्रिकेट मैच हों या न हों पर चर्चा नहीं करते।
आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। गत कुछ वर्षो से हमने पाकिस्तान से बातचीत बंद कर दी है। इसके बजाय हमने साफ कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई यदि आवश्यकता पड़ी तो उनकी तरफ भी की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो दशक के सरकार के प्रमुख के तौर पर सफर को लेकर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ की और उन्हें 24 कैरेट सोना बताया। कहा- शायद महात्मा गांधी के बाद भारतीय समाज और उसकी मानसिकता को समझनेवाले वह अकेले नेता हैं।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सिंह ने यह भी कहा कि सरकार के प्रमुख के तौर पर उनके पिछले दो दशकों के राजनीतिक सफर को प्रबंधन स्कूलों में श्प्रभावी नेतृत्व और कुशल शासनश् पर एक केस स्टडी के तौर पर पढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी केवल एक व्यक्ति नहीं, विचार हैं, सोच हैं। अगर हम पिछले दो दशकों की उनकी राजनीतिक यात्रा को देखें, तो हम पाएंगे कि उनके सामने नई चुनौतियां आती रहीं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने उन चुनौतियों का सामना किया, उन्हें प्रबंधन स्कूलों में प्रभावी नेतृत्व और कुशल शासन पर एक श्केस स्टडीश् के रूप में पढ़ाया जाना चाहिए।
मोदी की राजनीतिक यात्रा के पिछले दो दशकों के बारे में सिंह ने कहा कि एक सच्चे नेतृत्व की पहचान उसके इरादे और सत्यनिष्ठा से होती है और दोनों ही मामलों में प्रधानमंत्री मोदी 24 कैरेट सोने के हैं। बीस साल तक सरकार का प्रमुख रहने के बाद भी उन पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है। मोदी ने सबका साथ, सबका विकास का मंत्र दिया और फिर प्रधानमंत्री के रूप में इसमें श्सबका विश्वास, सबका प्रयासश् जोड़ा। सबका साथ, सबका विकास ने पंथ निरपेक्षता की एक नई इबारत लिख दी। मोदी के साथ अपने लंबे जुड़ाव का विवरण साझा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी की अद्भुत निर्णय लेने की क्षमता और उनकी कल्पना शक्ति ने उन्हें सबसे अधिक प्रभावित किया।