विकासनगर। नकली दवा बनाने और बेचने के मामले में एसटीएफ की ओर से गिरफ्तार नवीन बंसल ने बिहार के एक युवक के नाम पर फर्जी कंपनी खोली थी। युवक की तहरीर पर सहसपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। विदित है कि मामले की जांच एसटीएफ कर रही है। एसटीएफ मामले में नकली दवा बनाने वाले फैक्ट्री मालिक सहित चार को गिरफ्तार कर चुकी है। दरअसल, ब्रांडेड कंपनी की नकली दवाइयां बनाकर उन्हें बेचने का मामला सामने आया था। इस मामले में 18 जुलाई को एसटीएफ ने संतोष कुमार, नवीन बंसल और आदित्य को नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक देवी दयाल गुप्ता निवास अशोक विहार फेज दो नॉर्थ वेस्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया था। मामले में एक युवक डब्बू कुमार पुत्र विनय कुमार पासवान निवासी सहोखर नालंदा बिहार हाल निवासी हाल निवासी मोहल्ला कुमरार ठाकुरवाड़ी रोड पटना बिहार ने सहसपुर थाने में तहरीर दी है। बताया कि वर्तमान में वह जोमैटो कंपनी में सामान डिलीवरी का कार्य करता है। बताया कि वर्ष 2020 में भिवाड़ी राजस्थान में बल्ब होल्डर की फैक्ट्री में आठ हजार प्रतिमाह पर काम करता था। इस दौरान भिवाड़ी में एक व्यक्ति मिला। जिसने अपना नाम नवीन बंसल पुत्र महाबीर बसंल निवासी ग्रीन भिवाड़ी राजस्थान बताया। उसने बताया था कि वह भिवाड़ी में ही रहता है। उसकी गुड़गांव हरियाणा में दवाई की कंपनी है। उसने उसे अपनी कंपनी में नौकरी देने की बात कही। जिसके बाद उसने उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल सिम मांगा। कहा कि उसका सैलरी के लिए बैंक खाता खुलवाना है। इसके बाद उसने आईडीबीआई बैंक ले जाकर उससे कई फार्म और एक खाली स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवा लिए। खाता खुलवाकर बैंक से चेकबुक और एटीएम नवीन बंसल ने ही ले ली। उस चेकबुक के सभी चैकों पर नवीन बंसल ने बैंक में ही उससे हस्ताक्षर करा लिए थे। कहा था कि वह एटीएम व चैक बुक कंपनी में नोट कर उसे वापस कर देगा। बाद में उसे पता चला कि नवीन बसंल पुत्र महावीर प्रसाद बंसल ने धोखाधड़ी कर उसके नाम से रीलाइन फार्माटेक कंपनी खोली है। इसी कंपनी से नवीन बंसल द्वारा फर्जी तरीके से देहरादून के सहसपुर में स्थित डॉ. मित्तल लेबोरेट्री आदि विभिन्न दवाई कंपनियों से दवाइयां हरियाणा एवं भिवाड़ी राजस्थान में मंगवाई थी। पुलिस ने बताया कि तहरीर के बाद आरोपी नवीन बसंल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।