हिन्दी को लेकर नजरिया बदलने की जरूरत
हिन्दी भाषा कौशल विकास पर तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू
हल्द्वानी। एमबीपीजी कलेज में मंगलवार से राजकीय बीएड विभाग की ओर से हिन्दी भाषा कौशल विकास को लेकर तीन दिनी कार्यशाला शुरू हो गई है। प्राचार्य ड़ एनएस बनकोटी और वरिष्ठ प्राध्यापक ड़ बीआर पंत ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। बीएड चतुर्थ सेमेस्टर की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। साथ ही प्राचार्य ड़ बनकोटी ने हिन्दी भाषा कौशल की जानकारी दी। प्राचार्य ने हिन्दी भाषा के संरक्षण पर जोर दिया और इसके महत्व को भी विस्तार से बताया। हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष ड़ प्रभा पंत ने हिन्दी को राजभाषा बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिन्दी को लेकर लोगों की जिस तरह की भावना है उसे दूर करने की जरूरत है। ड़ बीआर पंत ने भाषाओं के सर्वेक्षण और बोलियों को लेकर बताया। अजीज प्रमेजी फाउंडेशन के समन्वयक भास्कर उप्रेती ने हिन्दी के शब्दों की जानकारी दी। अक्सफोर्ड विवि से चुने गए हिन्दी के शब्दों की जानकारी दी। भास्कर ने राज्य में भाषाओं के बनने, बदलने तथा भौगोलिक, सामाजिक, ऐतिहासिक परिपेक्ष्य के विषय में बताया। ड़ प्रभा पंत ने भास्कर उप्रेती को पुस्तक भेंट की। यहां पर बीएड विभागाध्यक्ष ड़ अनीता जोशी, ड़ चंद्रावती जोशी, ड़ तनुजा मेलकानी, ड़ सविता भंडारी, ड़ रेनू रावत, ड़ टीसी पांडे आदि मौजूद रहे।