हवा हुए एनजीटी के नियम, खोह नदी में गिर रही गंदगी
गाड़ीघाट में खोह नदी में गिर रहा ट्रेंचिंग ग्राउंड का कूड़ा
अगस्त माह में आई आपदा से ढह गई थी सुरक्षा दीवार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: गाड़ीघाट स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। हालत यह है कि ट्रेचिंग ग्राउंड की सुरक्षा दीवार ढहने के बाद से हर रोज सैकड़ों टन कूड़ा खोह नदी में गिर रहा है। जबकि, नदी में बहने वाले पानी का उपयोग कई काश्तकार सिंचाई के साथ ही मवेशियों को पिलाने के लिए भी करते हैं। लाख शिकायत के बाद भी नगर निगम सुरक्षा दीवार मरम्मत की सुध नहीं ले रहा।
खोह नदी के तट पर बने ट्रेंचिंग ग्राउंड में हर रोज चालीस वार्डों से एकत्रित होने वाले कूड़े को डाला जाता है। ट्रेंचिंग ग्राउंड में एकत्रित कूड़ा खोह नदी में न गिरे इसके लिए पूर्व में नगर निगम ने सुरक्षा दीवार का निर्माण करवाया था। लेकिन, अगस्त माह में नदी के तेज वेग से सुरक्षा दीवार के साथ ही ट्रेंचिंग ग्राउंड की भूमि का हिस्सा बह गया था। तब से हर रोज ट्रेंचिंग ग्राउंड का कूड़ा खोह नदी में गिर रहा है। कूड़े को नदी में जाने से रोकना नगर निगम के लिए एक चुनौती बन गया है।
पूर्व में दिया था नोटिस
अगस्त माह में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरान करने पहुंचे जिलाधिकारी ने नदी में गिर रहे कूड़े को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने एनजीटी का हवाला देते हुए उपजिलाधिकारी को नगर निगम को नोटिस देने के निर्देश दिए थे। नोटिस मिलते ही नगर निगम व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के प्रयास करने लगा। लेकिन, 13 व 14 अगस्त को आई आपदा से ट्रेचिंग ग्राउंड की भूमि का ही कटाव हो गया था। वहीं, ट्रेचिंग ग्राउंड के समीप कूड़ा छंटाई केंद्र के लिए बनाया गया कच्चा मार्ग भी नदी में समा गया था।