रविवार को भी एनएचएम कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया सांकेतिक प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारियों द्वारा अपनी 60 वर्ष की उम्र तक विभाग में सेवा एवं समान कार्य समान वेतन की मांग सहित 9 सूत्रीय मांगो को लेकर काली पट्टी बांधकर रविवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिलाध्यक्ष शरद रौतेला ने पर्वतीय संयुक्त कर्मचारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष को पत्र प्रेषित कर स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों के हित में समर्थन की मांग की।
जिलाध्यक्ष शरद रौतेला ने कहा कि कर्मचारी कोविड में काम करते-करते आक्रोशित भी हैं कि सरकार केवल कर्मचारियों से कार्य ले रही है, परन्तु कर्मचारियों के हित में निर्णय नहीं ले रही। राज्य प्रबंधन एवं शासन कर्मचारियों को उनका हक जो कि एक्सपीरियंस बोनस (निष्ठा वृद्धि) के रूप में भारत सरकार ने देने के आदेश दिये थे वो तक कर्मचारियों को उत्तराखंड में नही दिया जा रहा। राज्य के अधिकारी कर्मचारियों को काम दे रहे हैं पर उन्हें पैसा और उनका हक देने को तैयार नहीं है। जिला अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है वो कर्मचारियों की कोविड सेवा को देखते हुये कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा एवं सम्मान जनक मानदेय दे अन्यथा इस आंदोलन को उग्र रूप दिया जायेगा। संगठन के सचिव आशीष डोभाल ने कहा कि सरकार संविदा पर कर्मचारियों का पिछले 15 वर्षों से शोषण कर रही है। पिछली कांग्रेस की सरकार ने कर्मचारियों की 60 वर्ष सेवा और समान कार्य समान वेतन का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया था जो कि वर्तमान सरकार में शासन स्तर पर लंबित है। सभी कर्मचारियों की सेवायें कोरोना महामारी में सुरक्षित की जानी चाहिये। काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करने वालों में आशीष डोभाल, डॉ. बबीता, नीरज डोभाल, सुमन, रेखा रावत, रेनू रावत, मनीष भट्ट आदि थे।