एनआईए की जांच में खुलासा: विदेशी उग्रवादियों ने रची मणिपुर हिंसा की साजिश
नई दिल्ली, एजेंसी। मणिपुर हिंसा को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए के मुताबिक, मणिपुर हिंसा में म्यामांर और बांग्लादेश के उग्रवादी हथियार और गोला बारूद पहुंचा रहे हैं। एनआईए ने अलगाववादी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक प्रशिक्षित सदस्य को गिरफ्तार किया है। एनआईए की जांच रिपोर्ट से यह पता चला है कि म्यांमार और बांग्लादेश स्थित उग्रवादी समूहों ने मणिपुर में विभिन्न जातीय समूहों के बीच दरार पैदा करने और भारत के खिलाफ युद्ध छेडऩे के इरादे से यह साजिश रची है। एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि हमने मणिपुर में मौजूदा जातीय अशांति का फायदा उठाकर सरकार के खिलाफ युद्ध छेडऩे के लिए म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय साजिश से संबंधित मामले में सेमिनलुन गंगटे को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने 19 जुलाई को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था।
गैंगटे को गिरफ्तारी के बाद दिल्ली लाया गया है और संबंधित अदालत में पेश किया जाएगा। एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि अब तक की जांच से पता चला है कि म्यांमार स्थित आतंकवादी संगठन मणिपुर में मौजूदा अशांति का फायदा उठाकर सुरक्षा बलों और विरोधी जातीय समूहों पर अधिक हमले करने के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू), कैडरों और समर्थकों की भर्ती कर रहे हैं। इस उद्देश्य के लिए म्यांमार स्थित नेतृत्व गैरकानूनी तरीकों से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक इक_ा कर रहा है, जिसमें सरकारी सुविधाओं और संसाधनों की लूट भी शामिल है।