चेन्नई। तमिलनाडु में एनआइए ने हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सरगना फैज-उल-रहमान के चेन्नई स्थित आवास पर गुरुवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को चेन्नई से फैज-उल-रहमान को गिरफ्तार किया था। रहमान के घर से एनआइए को कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस, कागजात और अवैध सामान मिला है। एनआइए के अनुसार, इस संगठन और इससे जुड़े संदिग्ध आतंकियों को पाकिस्तान फौज से मदद मिल रही थी। इस संगठन से जुड़े संदिग्ध कश्मीर में आतंकी वारदातों में शामिल रहे थे। इन संदिग्धों का मकसद कश्मीर में इस्लामिक रूल लागू करना था। जिसके लिए ये साजिश रच रहे थे। गिरफ्तार आरोपित अपने एजेंडा को चलाने के लिए तमिलनाडु में अभियान चला रहे थे। यह संगठन नौजवानों को ब्रेनवाश करके आतंकी संगठनों जैसे आइएस में शामिल होने के लिए तैयार कर रहा था।
गुरुवार को एचयूटी को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया
यरुशलम में वर्ष 1953 में स्थापित वैश्विक इस्लामिक समूह हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) को सरकार ने गुरुवार को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया, क्योंकि इसका उद्देश्य जिहाद और आतंकी गतिविधियों के जरिये विश्वभर में इस्लामिक राज्य और खिलाफत स्थापित करना है।
आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाया जा रहा था
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि एचयूटी भोले-भाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, उन्हें आईएस जैसे आतंकी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने और आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाने में शामिल है। एचयूटी विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों व सिक्योर एप्स का इस्तेमाल करके आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और दावाह (आमंत्रण) बैठकें आयोजित करके भोले-भाले युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।