नीलकंठ महादेव के दर्शन कर सकुशल वापस लौटा यात्री दल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नीलकण्ठ महादेव के दर्शन कर जीएमओयूलि कोटद्वार का यात्रीदल सकुशल वापस लौट गया है।
जीएमओयूलि के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने बताया कि कोटद्वार से लगभग 115 किमी. दूर नीलकंठ महादेव के दर्शन के लिए यात्रीदल गया। यह जगह धार्मिक उत्साह, पौराणिक महत्व और खूबसूरत परिवेश का मिला-जुला संगम है। एक पौराणिक कथानुसार इस जगह का नाम भगवान शिव से लिया गया है। माना जाता है कि यहां भगवान शिव ने जहर का सेवन किया था जो समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न हुआ था, इसी वजह से भगवान शिव का गला नीला हो गया था इसलिए भगवान शिव को नीलकंठ नाम दिया गया था। सदियों पुराने मंदिर अपनी आकर्षक आभा और पौराणिक महत्व संजोए हुए हैं। अत्यंत प्रभावशाली यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर परिसर में पानी का एक झरना है। जहां भक्तगण मंदिर दर्शन से पहले स्नान करते हैं। यात्रीदल में जीएमओयूलि कोटद्वार के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल, जनरल मैनेजर उषा सजवाण, उत्तरांचल परिवहन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोपाल सिंह रावत, राजीव पटवाल, राकेश चंद्र डबराल, दिनेश चंद्र जदली, अशोक कुमार, मोहन चंद्र मैंदोला, राकेश मोहन त्यागी, सीताराम सैनी, जगदीश, लीलावती पटवाल, सोनिया पटवाल, सुमन पटवाल, लक्ष्मी नेगी, सावेत्री देवी, सुमित्रा देवी, गायत्री आदि उपस्थित थे।