नीतीश विकासवादी से अवसरवादी बने, पीएम बनने की इच्छा ने उन्हें बदल दिया: शाह
पटना, एजेंसी। जहां एक ओर सत्तारूढ़ महागठबंधन पूर्णिया में एक मंच पर जुटकर भाजपा मुक्त भारत बनाने की घोषणा करने की तैयारी में है, वहीं दूसरी ओर शनिवार को ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बगहा में पहुंचकर जदयू-राजद गठबंधन को पानी-तेल का महागठबंधन करार दिया। उन्होंने कहा कि नकली शराब की बिक्री हो रही, अपराधी वापस जाग गए हैं, कोई सुरक्षित नहीं है और बिहार के मुख्यमंत्री हिम्मत नहीं कर पा रहे। उन्हें तो हर तीन साल में प्रधानमंत्री बनने का सपना आता है।
शाह ने 2024 में दोबारा नरेंद्र मोदी सरकार बनाने का आह्वान किया और एक-एक कर चंपारण-आसपास में केंद्र की ओर से किए विकास कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा कि केंद्र की भेजी राशि पर गलतबयानी कर नीतीश कुमार विकास कार्यों को बाधित कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि जो 15 हजार करोड़ की मदद हमारे प्रधानमंत्री ने बिहार को भेजी है, उसमें रोड़ा मत बनिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पारदर्शिता होनी चाहिए। आपने अगर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया है तो वह तारीख बता दीजिए। आधा जंगलराज की जगह पूरा जंगलराज कब ला रहे हैं नीतीश कुमार, जरूर बताएं। लोकतंत्र की यह मांग है।
वाल्मीकिनगर में आमसभा के मंच पर शाह के पहुंचने के पहले ही 2024 के लोकसभा चुनाव का बाकी नेता शंखनाद कर चुके थे। शाह बगहा में आमसभा के बाद पटना में किसान समागम में शिरकत करेंगे। स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर पटना के बापू सभागार में किसान मजदूर समागम कार्यक्रम रखा गया है। करीब एक घंटा 35 मिनट के कार्यक्रम में वह नीतीश कुमार और जंगलराज की याद दिलाते हुए सरकार पर हमलावर होंगे। इसके बाद अमित शाह हरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा भी जाएंगे।
अमित शाह के आगमन को लेकर पटना प्रशासन पूरी तरह से चुस्त दुरुस्त है। शुक्रवार की शाम से ही प्रशासन हर जगह अलर्ट है। शाम के करीब 3रू00 बजे से लेकर देर शाम तक नेहरू पथ, गांधी मैदान का क्षेत्र और अशोक राजपथ पर जाम लगने की संभावना है।
गृह मंत्री अमित शाह का पटना और पश्चिम चंपारण में दौरा को लेकर एडीजी सुरक्षा की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। बताया जाता है कि अमित शाह पर स्ट्रिंगर मिसाइल के हमले की आशंका को देखते हुए बिहार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट मोड में रखा गया है। आतंकियों के पास अधिक दूरी तक मार करने वाले रकेट स्ट्रिंगर मिसाइल उपलब्ध होने की आशंका से भी खतरा बढ़ गया है।
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद विगत 5 महीनों में अमित शाह तीसरी बार बिहार आ रहे हैं। इस दौरान वे बगहा के वाल्मीकि नगर के लोरिया में जनसभा में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए हुंकार भरेंगे। इससे पहले अमित शाह किशनगंज और पूर्णिया में 23 और 24 सितंबर 2022 को और 12 अक्टूबर को जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर सिताबदियारा पहुंचे थे।