10 माह से नहीं मिला मानदेय, गहराया आर्थिक संकट
-स्वास्थ्य विभाग में पीआरडी के माध्यम से तैनात 14 कर्मियों को नहीं मिला मानदेय
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कोरोना महामारी के दौर में सेवा के बावजूद स्वास्थ्य विभाग पीआरडी के माध्यम से सेवारत कर्मचारियों को मानदेय नहीं दे रहा है। जिससे इन कर्मचारियों के सामने परिवार के भरण-पोषण को लेकर परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है विभागीय अधिकारियों से कई बार लिखित व मौखिक शिकायत की गई, लेकिन अभी तक आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पीआरडी के माध्यम से सेवारत कर्मचारियों के मानदेय का मामला स्वास्थ्य महानिदेशालय स्तर पर लंबित पड़ा है। संस्तुति मिलते ही कर्मचारियों का मानदेय निर्गत कर लिया जाएगा।
जनपद पौड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से वर्ष 2018-19 में पीआरडी के माध्यम से करीब 46 कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। जो वार्ड ब्वाय, वार्ड आया, चौकीदार सहित अनेक पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। ये कर्मचारी कोरोना महामारी के दौर में बिना मानदेय के लगातार सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन विभागीय स्तर पर इन कर्मचारियों के मानदेय की चिंता किसी को नहीं है। कर्मचारी दीपक, पवन कुमार, सुमन और अजय कुमार ने बताया कि जिले में सेवारत पीआरडी कर्मचारियों में से 32 को मानदेय मिल रहा है, लेकिन हम 14 कर्मचारियों को विगत जुलाई 2020 से अभी तक मानदेय नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि 10 माह से मानदेय नहीं मिलने के चलते अब परिवार के पालन-पोषण को लेकर खासी परेशानियां उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों से कई बार मामले की लिखित व मौखिक शिकायत की गई, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। जबकि विभाग में रिक्त पदों के सापेक्ष ही सभी नियुक्तियां हुई हैं। उन्होंने जल्द मानदेय दिए जाने की मांग की है। वहीं सीएमओ पौड़ी डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि पीआरडी के माध्यम से सेवारत कर्मचारियों की फाइल स्वीकृति के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय भेजी गई हैं, लेकिन अभी तक फाइल स्वीकृत होकर नहीं आई है। उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलते ही कर्मचारियों का मानदेय निर्गत कर लिया जाएगा।