जनता की समस्याओं से भाजपा जनप्रतिनिधियों को कोई लेना देना नहीं : एडवोकेट अरविन्द शर्मा

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हरिद्वार। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एडवोकेट अरविंद शर्मा ने प्रैस बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधियों का जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। बेहद लचर स्वास्थ्य व्यवस्था कोरोना रोगियों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत का कारण बनी हुई है। राज्य के सरकारी अस्पतालों की खराब व्यवस्था, चिकित्सकों की कमी, सीमित संसाधनों के चलते अस्पतालों में भर्ती मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है। लोगों के हो हल्ले के पश्चात केंद्रीय मंत्री हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की नींद खुली। उन्होंने करोना से निपटने के लिए 60 लाख 60 हजार के राहत पैकेज की घोषणा की। कोविड संक्रमण पर रोक लगाने में सरकार अपनी तैयारियां नहीं कर पाई। संक्रमण को लेकर युद्ध स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियां की जानी चाहिए थी। लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने मात्र मुख्यमंत्री बदलने में अपना समय लगाया। अरविंद शर्मा ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता देरी से होने के कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उसके बावजूद भी सरकार नहीं जागी। विधायक और मंत्री अपने ही कामों में व्यस्त रहे। प्रदेश की जनता कोरोना की मार झेलती रही। केंद्र एवं राज्यों में कोरोना संक्रमण को लेकर समन्वय की कमी के चलते कोरोना देश व प्रदेश में लगातार बढ़ता रहा। अब तक सरकार कोई ठोस नीति कोरोना को रोकने के लिए नहीं बना पा रही है। प्रदेश के दूरदराज ग्रामों की स्थिति बद से बदतर है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है। डबल इंजन सरकार मात्र विकास के दावे तो करती रही, लेकिन प्रदेश का विकास नहीं हुआ। लचर स्वास्थ्य प्रणाली लोगों के लिए बड़ी मुसीबत का कारण बनी हुई है। निजी चिकित्सालयों की मनमानी कोरोना काल में चल रही है। सरकार निजी चिकित्सालयों पर किसी भी प्रकार का कोई अंकुश नहीं लगा पाई है। स्वास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार नहीं होने से आए दिन मौतें हो रही हैं।

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