गुलाबराय मैदान की नहीं है कोई सुध लेने को तैयार
रुद्रप्रयाग : मुख्यालय का एक मात्र गुलाबराय खेल मैदान वर्षों से सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है। इस मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने की घोषणाएं की गई किंतु कोई सुध नहीं ली जा रही है। स्थिति ऐसी है कि यहां जगह-जगह कंकरीट और अन्य विकट परिस्थतियां खिलाड़ियों को चोटिल होने पर मजबूर कर देती है। इसी मैदान में गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस सहित कई बड़े आयोजन होते रहे हैं किंतु इसकी दशा सुधारने के लिए कोई तैयार नहीं है। नगर में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने एवं अनेक स्कूली बच्चों को खेल के लिए उचित स्थान उपलब्ध कराने देने उद्देश्य से स्थानीय लोगों ने गुलाबराय मैदान की जगह राइंका रुद्रप्रयाग को दान के रूप में दी किंतु आज तक खेल मैदान की दशा नहीं सुधारी गई है। जिससे यहां खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ ही स्कूली नौनिहालों एवं स्थानीय खेल प्रतिभाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासी शैलेंद्र गोस्वामी, तरुण पंवार, सुंदर गोस्वामी, दीपक भंडारी, लक्ष्मण कप्रवान आदि ने कहा कि गुलाबराय मैदान के संरक्षण और सर्वद्धन के लिए शासन प्रशासन को विशेष प्रयास करने होंगे। यह मैदान मुख्यालय का महत्वपूर्ण खेल मैदान है। यहां खेल के साथ ही कई राजकीय कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। यदि मैदान को बेहतर बनाया जाएगा तो भविष्य में यहां कई बड़े कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकेंगे। (एजेंसी)