10माह से नलों से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही और जल संस्थान थमा रहा बिल
नैनीताल। पर्वतीय क्षेत्रों के हाल भी अजब गजब है। ग्रामीण बूंद-बूंद पानी का पिछले दस माह से इंतजार कर रहे हैं। इंतजार में दिन बढ़ते जा रहे हैं पर नल से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही। हालांकि जल संस्थान बिल जरुर थमा जा रहा है। परेशान ग्रामीणों ने पेयजल आपूर्ति सुचारू किए जाने की मांग उठाई है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रातीघाट के समीप स्थित भोटिया पड़ाव क्षेत्र में ग्रामीण पिछले दस माह से पानी का इंतजार कर रहे हैं पर नलों से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही। करीब पंद्रह परिवारों को बचखेत नर्सरी से पेयजल की आपूर्ति की जाती है पर ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो रहा। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों को पेयजल की समस्या से अवगत कराया गया है बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। कोई सुनने को तैयार ही नहीं है। महज आश्वासन ही मिल रहे हैं। योजना के पाइप जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं पर कोई सुध लेवा नहीं है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि संबंधित विभाग पानी तो उपलब्ध नहीं करा रहा पर पानी के बिल जरूरत भेज रहा है जिससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। पानी ना मिलने से ग्रामीणों को समीप हैंडपंप तथा प्राकृतिक जल स्रोत से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। स्थानीय गणेश चंद्र, धर्मपाल,महेश चंद्र, पुरुषोत्तम राम, भुवन राम आदि लोगों ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
सहायक अभियंता दलीप सिंह बिष्ट ने बताया कि पेयजल व्यवस्था क्यो बाधित हुई पता लगाया जाएगा। जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारू करेंगे। ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। पेयजल लाइन जहां-जहां क्षतिग्रस्त है उसे भी दुरुस्त कराएंगे।