बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन वितरण पर जताई आपत्ति
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के पार्षदों ने कोरोना काल में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन वितरण किये जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इस पर रोक लगाने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी कोटद्वार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में पार्षद सूरज प्रसाद कांति, विजेता रावत ने कहा कि वर्तमान समय में संपूर्ण देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है। सरकार भी कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जनता को जागरूक करने के साथ जनता के हित में कठोर निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार कोरोना कफ्र्यू लगाकर कोरोना से बढ़ने से रोकने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार सस्ते गल्ले की दुकानों में राशन वितरण में बायोमेट्रिक प्रणाली का प्रयोग कर रही है। जिससे कोरोना महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है। प्रदेश सरकार द्वारा एक वर्ष पूर्व ही सभी सरकारी विभागों के बायोमेट्रिक प्रणाली के आधार पर उपस्थिति दर्ज ना करने का आदेश पारित किया गया है। ताकि सरकारी कर्मचारियों को कोरोना के खतरे से बचाया जा सकें। उन्होंने कहा कि सस्ते गल्ले की दुकान में राशन लेने के दौरान कई लोग एक ही मशीन पर अंगूठा लगाते हैं, ऐसे में संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में फैलने की संभावना बनी रहती है। इसलिए इस पर शीघ्र रोक लगनी चाहिए। उन्होंने सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में बायोमेट्रिक मशीन के प्रयोग पर रोक लगाकर पुरानी व्यवस्था को लागू करके राशन वितरित करने की मांग की है।