पुरानी पेंशन बाहली को सड़क पर उतरे अधिकारी व कर्मचारी
सरकार के खिलाफ विभागीय कर्मचारी व अधिकारियों ने निकाली रैली
जल्द पुरानी पेंशन बहाल नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। कर्मचारी व अधिकारियों ने सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि वह पिछले कई वर्षों से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग उठा रहे हैं। बावजूद इसके सरकार चुप्पी साधे हुए है। जबकि, कई प्रदेशों में पुरानी पेंशन बाहल करने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में सरकार को उत्तराखंड के कर्मचारियों के हित पर भी ध्यान देना चाहिए।
शुक्रवार को कर्मचारी व अधिकारियों ने राजकीय इंटर कालेज कोटद्वार से नजीबाबाद रोड, बदरीनाथ मार्ग से होते हुए तहसील तक आक्रोश रैली निकाली। इसके उपरांत उन्होंने उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। कर्मचारियों ने कहा कि नई पेंशन योजना में जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनकी पेंशन तीन से चार हजार के करीब बन रही है। नई पेंशन योजना किसी भी तरह से कर्मचारियों के हित में नहीं है। इतनी कम पेंशन में सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कहा कि वर्तमान में राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड व पंजाब के साथ ही हिमाचल में पुरानी पेंशन बहाल करने की प्रक्रिया गतिमान है। लेकिन, उत्तराखंड में सरकार कर्मचारियों के हितों को लेकर गंभीर नहीं है। कहा कि कर्मचारियों व अधिकारियों के हित को देखते हुए जल्द ही पुरानी पेंशन योजना लागू की जानी चाहिए। इस मौके पर जनपद पौड़ी के अध्यक्ष सुजीत रावत, सचिव अनूप जदली, मनमोहन चौहान, महावीर बिष्ट, भाष्कर भारद्वाज, सरिता रौतेला, राजी नेगी, वरदान बुड़ाकोटी, केके राजा आदि मौजूद रहे।