‘‘हिमालय उन्नति मिशन’’ के पदाधिकारियों ने की राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट
देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में ‘‘हिमालय उन्नति मिशन’’ के पदाधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने राज्यपाल को बताया कि उत्तराखण्ड में संस्था द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई स्कूलों में डिजिटल लिटरेसी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं वही गांवों में भी यह कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। विभिन्न जेलों में कैदियों को भी इस कार्यक्रम के अंतर्गत शामिल किया गया है। संस्था द्वारा स्मार्ट बर्डर स्कूल के अंतर्गत भी बर्डर एरिया के स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही है। यूथ लीडरशिप प्रोग्राम के तहत युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वाइब्रेंट विलेज में भी संस्था द्वारा विभिन्न तरह के कार्य किए जा रहे हैं।
राज्यपाल ने संस्था के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उत्तराखण्ड के 05 वाइब्रेंट विलेज के विकास में सहयोग की अपेक्षा की और कहा कि इन गावों के विकास हेतु सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पहल पर वाइब्रेंट योजना के तहत सीमावर्ती गांवों का विकास किया जाना है। इन गांवों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने संस्था के यूथ लीडरशिप कार्यक्रम की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर संस्था के मुख्य सलाहकार एयर मार्शल वी़पी़एस़ राणा (रि़), राज्य समन्वयक नितिन जैन और संस्था के राकेश डंगवाल उपस्थित रहे।
देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में ‘‘हिमालय उन्नति मिशन’’ के पदाधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने राज्यपाल को बताया कि उत्तराखण्ड में संस्था द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई स्कूलों में डिजिटल लिटरेसी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं वही गांवों में भी यह कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। विभिन्न जेलों में कैदियों को भी इस कार्यक्रम के अंतर्गत शामिल किया गया है। संस्था द्वारा स्मार्ट बर्डर स्कूल के अंतर्गत भी बर्डर एरिया के स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही है। यूथ लीडरशिप प्रोग्राम के तहत युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वाइब्रेंट विलेज में भी संस्था द्वारा विभिन्न तरह के कार्य किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने संस्था के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उत्तराखण्ड के 05 वाइब्रेंट विलेज के विकास में सहयोग की अपेक्षा की और कहा कि इन गावों के विकास हेतु सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पहल पर वाइब्रेंट योजना के तहत सीमावर्ती गांवों का विकास किया जाना है। इन गांवों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने संस्था के यूथ लीडरशिप कार्यक्रम की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर संस्था के मुख्य सलाहकार एयर मार्शल वी़पी़एस़ राणा (रि़), राज्य समन्वयक नितिन जैन और संस्था के राकेश डंगवाल उपस्थित रहे।