लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
नई दिल्ली, एजेंसी : कुन्नूर हेलीकाप्टर हादसे की भेंट चढ़े सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत अन्य 13 पर पूरा देश शोक मना रहा है। कुन्नूर हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जिंदा बचे हैं और उनका भी इलाज वैलिंगटन के अस्पताल में चल रहा है। वे फिलहाल लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। इसकी जानकारी रक्षा मंत्री ने संसद को दी है।
बता दें कि कैप्टन वरुण बेहद अनुभवी पायलट हैं। उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा जा चुका है। ये शांति के समय में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पदक है। ये पदक उन्हें एलसीए तेजस की उड़ान के दौरान सामने आई आपात स्थिति में खुद को सावधानी से सकुशल बचाने के लिए दिया गया था। 12 अक्टूबर 2020 को वो तेजस की उड़ान पर थे। इस विमान को वो अकेले उड़ा रहे थे। तभी इस विमान में तकनीकी दिक्कत आ गई। विमान के फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम में आई गड़बड़ी आ गई और विमान का लाइफ सपोर्ट सिस्टम भी फेल होने लगा था। उस वक्त वो अपने एयरबेस से काफी दूर थे और उनकी ऊंचाई भी काफी अधिक थी। काकपिट का प्रेशर सिस्टम खराब आने से लगातार हालात खराब हो रहे थे। उन्होंने बिना देर लगाए न सिर्फ स्थिति को संभाला और सही फैसला भी लिया।
बता दें कि जनरल रावत सेना के दूसरे सर्वोच्च अधिकारी थे, जिनकी मौत पद पर रहते हुए हुइ थी। इससे पहले जनरल बिपिन चंद जोशी (बीसी जोशी) का निधन उस वक्त हुआ था जब वो सेनाध्यक्ष थे।