नवरात का पहला दिन: कलश स्थापना के साथ हुई शैलपुत्री की पूजा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: रविवार से आश्विन शुक्ल पक्ष के शरदीय नवरात्रि का शुभारंभ हो गया है। पहले दिन भक्तों ने शैलपुत्री की पूजा-अर्चना कर अपने परिवार के लिए सुख-शांति की कामना की। इस दौरान सुबह से ही देवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। नवरात्र पर मंदिरों को विशेष तरीके से सजाया गया था। मंदिरों में महिलाओं ने कीर्तन का भी आयोजन किया।
पितृ पक्ष के बाद शरदीय नवरात्र का शुभारंभ हो गया है। नवरात्र के मौके पर मंदिरों को मनमोहक तरीके से सजाया गया था। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ था। नवरात को लेकर भक्तों में एक उत्साह बना हुआ था। मंदिरों व घरों में कलश स्थापना के साथ ही अखंड जोत भी जलाई गई। व्रतधारियों के अलावा मां के अन्य भक्तों ने भी पूजा-आराधना कर माता से सुख-शांति की कामना की। सबसे अधिक भीड़ कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य दुर्गा माता मंदिर, देवी मंदिर, नौ दुर्गा मंदिर में उमड़ी हुई थी। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए मंदिर समितियों की टीमें गठित की गई थी। वहीं, बाजार में भी पूजा सामग्री खरीदने वालों की भीड़ उमड़ी हुई थी।