इन्देंट्री दिवस के मौके पर पूर्व सैनिकों ने बैठक कर सेना के कौशल, वीरता एवं अदम्य साहस पर चर्चा की
चम्पावत। बनबसा -गौरव सेनानी कल्याण समिति पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष कैप्टन भानी चंद की अध्यक्षता में इन्देंट्री दिवस के मौके पर हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर्नल बीबी पाल ने पूर्व सैनिकों को इन्देंट्री दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने भारतीय सेना की वीरगाथा बताते हुए कहा कि 27 अक्टूबर 1947 भारतीय पैदल सेना कि बटालियनों ने पाकिस्तान की सेना जो की कव्वालियों के भेष में भारत की सरहद जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करके कब्जा करना चाहती थी उन्हें भारतीय सेना ने धूल चटा कर जम्मू कश्मीर से खदेड़ दिया। समिति के सचिव कैप्टन गोविंद बल्लभ भट्ट सचिव ने अपने संबोधन में इस युद्घ में भाग लेने वाली फर्स्ट कुमाऊं राइफलध्वर्तमान में ,3जी ,पैरा रेजीमेंट के सूबेदार आम बाग टनकपुर निवासी स्वर्गीय चंद्री चंद के कुशल नेतृत्व और अदम्य साहस को देखते हुए जीवित रहते हुए वीर चक्र से नवाजा यह कुमाऊं रेजीमेंट और इस क्षेत्र के नागरिकों के लिए गर्व का विषय है। समिति के अध्यक्ष अध्यक्ष कैप्टन भानी चंद ने अपने संबोधन में उपस्थित पूर्व सैनिकों को बताया कि भारतीय पैदल सेना अपनी वीरता धीरता, रण कौशल और आत्म अनुशासन मैं दुनिया की सबसे सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में गिनी जाती है। दुनिया की कोई भी सेना भारतीय सेना के सामने युद्घ में टिक नहीं सकती हैं। कार्यक्रम में राजेंद्र सिंह अधिकारी, पुष्कर दत्त कपड़ी, भोला दत्त भट्ट, सूबेदार बुद्घि बल्लभ पांडे, कैप्टन प्रेमचंद, सूबेदार चंद्र बल्लभ, पी एन जोशी, रूद्रीचंद, जंग बहादुर थापा, लक्ष्मण सिंह आदि तमाम पूर्व सैनिक मौजूद रहे स