विधायक उमेश कुमार के निशाने पर आउटसोर्स एजेंसी, दून हस्पिटल के डक्टरों पर लगाया जहर देने का आरोप
देहरादून। हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने 29 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने का मुद्दा तलाश किया है। उमेश कुमार सरकार को घेरने के लिए सदन में बेरोजगारी और आउटसोर्स के जरिए नौकरी कर रहे युवाओं का किस तरह से शोषण हो रहा है, इसी मसले को उठाएंगे। निर्दलीय विधायक उमेश कुमार इस मसले पर लगातार सोशल मीडिया पर अधिकारियों को नसीहत भी दे रहे हैं। उमेश शर्मा का कहना है कि उत्तराखंड के सरकारी विभागों में आउटसोर्स के जरिए जो भर्ती की जा रही है, उस पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आउटसोर्स के नाम पर मैदान से लेकर पहाड़ तक युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आउटसोर्स में नौकरियों के नाम पर उत्तर प्रदेश से कंपनियां उत्तराखंड आती हैं और आ रही है। ताज्जुब की बात ये है कि इस सब की जानकारी यहां के जनप्रतिनिधियों को है, लेकिन वे इस मुद्दे पर बात नहीं करता है।
उमेश शर्मा का कहना है कि उत्तराखंड बेरोजगारी के चक्कर में कम वेतन पर युवाओं को नौकरी तो देते हैं। इसके बाद उनके हक हकूकों पर ये कंपनियां डाका डाल रही है। आउटसोर्स से रखे गए कर्मचारियों का टीडीएस खा दिया जाता है, उनका ईपीएफ भी नहीं दिया जाता है। इसलिए युवा अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस करता है। उमेश शर्मा का कहना है कि इस बात की शिकायत उन्होंने खुद कई बार पुलिस अधिकारियों से की है। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, अगर ऐसा ही चला तो वो खुद एक बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
उमेश कुमार का आरोप है कि आउटसोर्स कम्पनियों को यहां के नेताओं ने बनाया है, जिसमें कई विभागों के निदेशक तक शामिल हैं। आउटसोर्स एजेंसी नौकरी के नाम पर युवाओं से मोटी-मोटी रकम लेती है। उमेश कुमार ने कहा कि वे इसको लेकर मुख्यमंत्री से सदन में आवाज उठाकर जांच की मांग करेंगे। उमेश कुमार ने एक और गंभीर मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि जब उनके ऊपर पूर्व सरकार ने राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया था तो उस समय उन्हें आनन-फानन में देहरादून से रांची जेल भेजा गया था। उस वक्त उनको कुछ समस्या थी, इसलिए उन्हें व्हील चीयर पर दून अस्पताल लाया गया। दून हस्पिटल में उन्हें एक इंजेक्शन लगाया था, जिसको लेकर कहा गया था कि पेन किलर है और लंबे समय में उन्हें इससे राहत मिलेगी। लेकिन जैसे ही वह दिल्ली पहुंचे तो खून की उल्टियां शुरू हो गई थी। उनका कहना है कि वो इंजेक्शन नहीं बल्कि जहर था, लेकिन बाबा केदार की पा से उस जहर का असर नहीं हुआ और आज आप सबके सामने जीवित हूं और विधानसभा का सदस्य भी हूं़