योग दिवस पर विशेष: कल मनाया जाएगा सातवां योग दिवस
नित्य योग करे, स्वस्थ रहे और कोरोना बीमारी से दूर रहे: डॉ. नेगी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। योग और उसके महत्व को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए साल 2015 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई थी। इसके बाद से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस साल 21 जून को 7वां योग दिवस मनाया जाएगा। आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा योग दिवस पर हर साल अलग-अलग थीम भी रखी जाती है। इस साल ‘बी विद योग, बी, एट होम’ यानी ‘योग के साथ रहें, घर पर रहें’ थीम रखी गई है। सोमवार को विश्व योग दिवस पर सभी लोग अपने घर पर ही योग करेगें।
कोरोना महामारी का असर विश्व योग दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर भी पड़ रहा है। कोटद्वार में योग दिवस पर मालवीय उद्यान समेत अन्य जगहों पर सार्वजनिक कार्यक्रम होते थे, लेकिन इस वर्ष विश्व योग दिवस पर कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पा रहा है। योगाचार्य डॉ. रविंद्र सिंह नेगी का कहना है कि योग हमारे भारत की एक अदभुद ओर प्राचीन धरोहर है, जिसको हमारे महान ऋषि मुनियों ने हमें विरासत में प्रदान किया है। पौराणिक ग्रंथो से हमें ज्ञात हुआ है कि सबसे पहले आदियोगी भगवान शंकर रहे, जिनके द्वारा योग विद्या सप्तऋषियों को बताई गई। इन महान ऋषयो द्वारा योग विद्या को इस पृथ्वी पर लाया गया, जिससे जनमानस का कल्याण हो सके, तब ऋषियों द्वारा अपने गुरुकुल आश्रम में शिष्यों को योग विद्या का ज्ञान प्रदान किया गया। फिर धीरे-धीरे योग का विस्तार होने लगा। इसी दिशा में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा योग को विश्व योग दिवस के रूप में 21 जून 2015 से शुरू कराया गया। डॉ. नेगी ने कहा कि इस महान धरोहर को पूरे विश्व ने अपनाया। आज सभी देशों में योगाभ्यास किया जाता है। जिससे सभी लोगो को बहुत लाभ हो रहा है। आज संपूर्ण विश्व कोरोना नामक महामारी से ग्रसित है जिसकी अभी तक विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोई भी दवाई तैयार नहीं हो पाई है, ऐसे में हमारी प्राचीन धरोहर योग ही हमको इस बीमारी से स्वस्थ रख पाएगी, क्योंकि नित्य योगाभ्यास करने से मानव की इम्युनिटी में बढ़ोतरी होती है, जिसमें सभी प्रकार के वायरस से लड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि नित्य योग करे स्वस्थ रहे और कोरोना नामक बीमारी से दूर रहे। आज ऐसा समय आ गया है कि वाकई में स्वस्थ और लम्बा जीवन जीना है तो योग अति आवश्यक हो गया है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति से निवेदन है कि अपने जीवन में योग को जरूर समलित करे, नित्य अपने लिए कुछ समय निकाल कर योगाभ्यास करे, स्वस्थ रहे मस्त रहे।
21 जून को 2015 को मनाया गया था पहला योग दिवस
कोटद्वार। 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है। इस वजह से इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की बात रखी थी। बाकी सभी देशों ने भी इसका समर्थन किया था। इसके बाद से 21 जून को योग के प्रसार के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस माने की घोषणा की थी।
योग से जटिल रोगों को दूर किया जा सकता है
कोटद्वार। योग प्रचारिका रेखा नेगी ने बताया कि योग एक प्रकार की ऐसी ऊर्जा है जिसको अपनाने से आप पूरी उम्र सेहतमंद और बीमारियों से बचे रहते है। योग करने से हमारा शरीर तंदरुस्त रहता है, योग का अभ्यास करने से आप एक तेज इंसान, एक अच्छा दिल और तंदरुस्त शरीर के साथ एक बेहतर इंसान बन सकते है। जिसमें योग आपकी मदद करता है। योग अपने अद्भुत स्वास्थ्य लाभ के लिए जाना जाता है। योग प्रचारिका रेखा नेगी ने बताया कि योग शरीर को ही रोगमुक्त नहीं करता बल्कि मानसिक एवं बौद्धिक स्तर पर मानव को सशक्त, शांत और ओजस्वी बनाता है। योग ही एक ऐसी कला है, जिससे जटिल से जटिल रोगों को, दूर किया जा सकता है तथा स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।