कोटद्वार को मिली अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी/ कोटद्वार चिल्लर खाल वन मोटरमार्ग निर्माण को केंद्र की स्वीकृति
राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की में हुआ निर्णय
जयन्त प्रतिनिधि
देहरादून। कोटद्वार के लिए पिछले 20 सालों में पहली बार सबसे बड़ी खबर सामने आयी है। राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड द्वारा लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग की निर्माण की स्वीति दे दी हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का आभार जताया है।
वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 63 वी बैठक में उत्तराखंड के लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग को स्वीति प्रदान की गई ।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वन मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण से स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा तथा एलिवेटेड एनिमल पैसेज के निर्माण से वन्यजीव विचरण सुगम होगा।
इस बैठक में उत्तराखंड सरकार के वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत द्वारा वर्चुअल प्रतिभाग कर बोर्ड को अवगत कराया की लालढांग- चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग 1980 के पूर्व से निर्मित है जिसका वर्तमान में सुदृढ़ीकरण करने की आवश्यकता है व चमारिया स्रोत व सिगड्डी स्रोत के बीच बनने वाले एलिवेटेड एनिमल पैसेज की लम्बाई 470 मीटर तथा उंचाई 6 मीटर रखी जाए। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि हरिद्वार से देहरादून के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर पूर्व में निर्मित एलिवेटेड एनिमल पैसेज की उंचाई भी 6 मीटर है । बोर्ड द्वारा इस वन मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण करने की स्वीति प्रदान की गई है ।
मालूम हो कि इस मार्ग के निर्माण के लिए उत्तराखण्ड सरकार ने 6 करोड़ रुपये स्वीत किए हुए हैं जो राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड की मंजूरी के बिना खर्च नहीं हो पा रहे थे।
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