उत्तराखंड

डब्ल्यूआईआई की भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाला गिरफ्तार

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देहरादून। केंद्र की परीक्षा में हाईटेक तरीके से नकल कराने में फरार 15 हजार रुपये के इनामी आरोपी को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की गिरफ्तारी हरियाणा के कैथल क्षेत्र से की गई। मामले में चिन्हित किया गया 15 हजार रुपये का एक अन्य इनामी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि मामले में बीते साल 17 सितंबर को पटेलनगर थाने में केस दर्ज किया गया। घटना के दिन भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ पद के लिए राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल पटेलनगर में परीक्षा चल रही थी। परीक्षा की दूसरी पारी में दो परीक्षार्थी संदिग्ध उपकरणों का उपयोग करते पाए गए। चेकिंग करने पर इनके कान से एक छोटा इयर फोन, छाती पर कमीज के नीचे लगा इलेक्ट्रानिक डिवाइस और परीक्षा पत्र रखी मेज के नीचे नीचे सिम लगी इलेक्ट्रानिक डिवाइस चिपकी मिली। इसे लेकर डब्ल्यूआईआई से परीक्षा की निगरानी कर रहे डा. सुरेश कुमार ने पटेलनगर कोतवाली में केस दर्ज कराया। मौके से परीक्षार्थी नवराज पुत्र ईश्वर निवासी जींद, हरियाणा और प्रदीप पुत्र हरेन्द्र मोर निवासी जींद हरियाणा को गिरप्तार कर जेल भेजा गया। मामले में किसी बड़े संगठित गिरोह की संलिप्ता होने की संभावना के चलते केस की जांच पुलिस मुख्यालय से एसटीएफ को सौंपी गई। जांच के दौरान गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई। इस दौरान पता लगा कि प्रदीप अन्य अभ्यर्थी मोहित मौर्य की जगह परीक्षा देने बैठा था। जांच में नकल की डिवाइस उपलब्ध कराने में सोनू पुत्र शीशपाल और पवन पुत्र सुरेंद्र निवासी जींद हरियाणा का नाम सामने आया। इनकी तलाश में एसटीएफ ने दबिश दी तो आरोपी अपने पतों पर नहीं मिले। तब एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने दोनों की गिरफ्तारी पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया। एसटीएफ देहरादून टीम ने एसटीएफ रोहतक टीम को साथ बुधवार रात कैथल में दबिश दी। इस दौरान सोनू निवासी डुंडवा थाना कलायत जिला कैथल हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया गया। वहां दून लाकर आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

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