जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन और स्वैच्छिक शिक्षक समूह कोटद्वार के संयुक्त प्रयासों से लॉकडाउन के समय का सदुपयोग शिक्षक क्षमता संवर्धन हेतु ऑनलाइन सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से किया जा रहा है। जिसमें पौड़ी जनपद के शिक्षक स्वैच्छिक रूप से प्रतिभाग कर रहे हैं।
फाउंडेशन के समन्वयक संजय नौटियाल ने बताया कि इस प्रकार ऑनलाइन सेमिनार या वेबिनार के माध्यम से बुनियादी भाषा, अंग्रेजी, गणित विषय की विषय वस्तु पर चर्चा परिचर्चा की जा रही है। साथ ही शिक्षक अपने कक्षा-कक्ष के अनुभव और शिक्षण की विधाओं को भी साझा कर रहे हैं, जिसमें एनसीईआरटी की भाषा, गणित और अंग्रेजी की पाठ्य पुस्तकों के आलोक में दी गयी गतिविधियां, कवितायें, कहानियां, प्रिंट रिच वातावरण, रचनात्मक लेखन और शिक्षण अधिगम सामग्री याने कि टीएलएम के प्रयोग पर भी खुल कर बातचीत होती है। इसके साथ ही साप्ताहिक वेबिनार के माध्यम से अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय बेंगलुरू के प्रोफेसर तथा अन्य विषय विशेषज्ञों के साथ चर्चा परिचर्चा का लाभ भी शिक्षकों को प्राप्त हो रहा है। ऑनलाइन संवाद में शिक्षक अपने विद्यालय के बच्चों के साथ वर्तमान समय में व्हाट्सएप, फोन आदि के माध्यम से हो रहे ऑनलाइन शिक्षण के अनुभवों को भी साझा कर रहे हैं।
स्वैच्छिक शिक्षक समूह कोटद्वार के शिक्षक राजीव थपलियाल और जसपाल असवाल का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों के बाबजूद इस प्रकार ऑनलाइन संवाद से जुड़ने से सभी शिक्षकों में बहुत उत्साह है। इस तकनीक के माध्यम से जुड़ने वाले सभी शिक्षकों का मानना है कि इस प्रक्रिया को वह अपनी स्वयं की तैयारियों के तौर पर भी देख रहे हैं। साथ ही ऑनलाइन चर्चा के दौरान प्राप्त हो रहे विचारों को उनकी अपने विद्यालय के बच्चों के साथ सार्थक रूप से जुड़ने में मदद कर रहे हैं। इस अवसर पर शिक्षिका भावना कुकरेती पांडेय, मोनिका रावत, मुदित शाह, लक्ष्मी नैथानी, भारती नेगी, राजेश खत्री, चंद्रमोहन रावत, संगीता उनियाल, विजयलक्ष्मी रावत, सरिता मेहरा, विनीता ध्यानी, मोहन सिंह गुसाईं, सुनील पंवार, प्रेमलता रावत, जागृति कुकरेती, सरोजनी रावत, विनोद रावत, रघुनाथ गुसांईं, अजेश रावत, सुरेश बिष्ट, पंकज शुक्ला, हेमंत ध्यानी, अंजू रावत, सोमपाल आदि उपस्थित रहे।