हरिद्वार। कांवड़ मेले में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ने के बावजूद उन्हें नहर पटरी पर मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर लौट रहे कांवड़ियों को करीब पांच किमी लंबे वन क्षेत्र में सिर्फ एक पेयजल टैंकर नजर आया। इससे श्रद्धालु प्यास से बेहाल हो उठे। हरिद्वार-नजीबाबाद मार्ग की नहर पटरी से होकर उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद, धामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, नगीना समेत कई क्षेत्रों से आए कांवड़िए लौटते हैं। शुक्रवार को तिरछे पुल से डायवर्ट कर कांगड़ी के 4.2 माइल स्टोन से छैल पीपली नहर पुल तक की नहर पटरी पर श्रद्धालुओं का भारी सैलाब देखने को मिला, लेकिन प्रशासन की तैयारी बेहद कमजोर दिखी। न कहीं छांव की व्यवस्था, न पीने के पानी के स्थायी इंतजाम।