कर्मचारियों को निजी आउटसोर्स एजेंसी में शामिल करने का किया विरोध
कोटद्वार और लैंसडौन में हुई दैनिक संविदा आउटसोर्स कर्मचारी संघ की बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : वन विभाग के रिशेप्सन सेंटर कोटद्वार और लैंसडौन में हुई दैनिक संविदा आउटसोर्स कर्मचारी संघ की बैठक में उन्हें निजी आउटसोर्स एजेंसी में शामिल करने का पुरजोर विरोध किया गया। चेतावनी दी यदि प्रदेश सरकार ने इस संबंध में जल्द निर्णय नहीं लिया तो उपनल कर्मी एक सितंबर के बाद प्रदेश व्यापी आंदोलन करेंगे। बैठक में कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग के उपनल कर्मी भी शामिल हुए।
बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश ने कहा कि प्रदेशभर के वन प्रभागों में उपनल कर्मियों को विगत आठ माह से वेतन नहीं मिला है जिससे उन्हें आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। वेतन नहीं मिलने के कारण देहरादून वन प्रभाग में उपनल कर्मी जयपाल सिंह को जहर खाने के लिए विवश होना पड़ा। कहा कि इस संबंध में प्रदेशभर में बैठकें व कार्य बहिष्कार किया जा रहा है। कहा कि 18 जुलाई को जारी शासनादेश में उपनल कर्मियों को पद के सापेक्ष 08 मद से वेतन भुगतान के आदेश जारी किए गए, लेकिन अन्य उपनल कर्मियों को किस मद से वेतन का भुगतान किया जाएगा यह स्पष्ट नहीं किया गया है। आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उपनल कर्मियों को निजी आउटसोर्स एजेंसी में शामिल करना चाहती है, जिसका संगठन पुरजोर विरोध करता है। बैठक में प्रदेश महामंत्री प्रदीप भदूला, कोषाध्यक्ष प्रदीप जुयाल, मोनिका चौहान, विकास नेगी, तृप्ति चमोली, रविंद्र बिष्ट, कामिनी, रूपेश, अरविंद, प्रिया, आकाश, कुसुम, शारदा, प्रदीप, मोहन चंद्र आदि मौजूद रहे।